 
                                            सबरीमाला मंदिर के फिर खुलेंगे द्वार
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                नई दिल्ली: 
                                        केरल में पिछले महीने आई विनाशकारी बाढ़ के कारण सबरीमाला मंदिर को बंद रखा गया था, जिस वजह से मंदिर को लगभग 100 करोड़ का नुकसान हुआ था. लेकिन अब बंद पड़े सबरीमाला मंदिर के द्वार मलयालम महीने ‘कान्नी’ के दौरान होने वाली पांच दिवसीय परंपरागत पूजा के लिए 16 सितंबर को खोले जाएंगे. बाढ़ के दौरान श्रद्धालुओं पर लगाए हुए प्रतिबंध भी हटा लिये गए हैं. 
हालांकि, श्रद्धालुओं के दोपहिया वाहन समेत निजी वाहनों को केवल निलक्कल आधार शिविर तक ही जाने की अनुमति होगी.
केरल राज्य सड़क परिवहन की बस लोगों को पंपा नदी के किनारे तक पहुंचाएगी, जहां से श्रद्धालु मंदिर के लिए रवाना हो सकते हैं.
क्यों सबरीमाला मंदिर को कहा जाता है 'तीर्थस्थल', जानें क्या है खास
बाढ़ के कारण पंपा नदी के किनारे तीर्थयात्रियों के लिए की गई सारी व्यवस्थाएं तबाह हो गई थी, जिसके चलते मंदिर की देखभाल करने वाले त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड (टीडीबी) ने पिछले महीने ओनम पर्व के लिए मंदिर की यात्रा पर प्रतिंबध लगा दिया था. मंदिर 21 सितंबर तक खुला रहेगा.
बाढ़ के बाद की स्थिति की समीक्षा करने के लिए पंपा में एक उच्च-स्तरीय बैठक के बाद टीडीबी के अध्यक्ष एम पद्मकुमार ने कहा, ‘‘अय्यप्पा भक्त कान्नी पूजा के दौरान पूजा करने के लिए मंदिर जा सकेंगे.’’
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                                हालांकि, श्रद्धालुओं के दोपहिया वाहन समेत निजी वाहनों को केवल निलक्कल आधार शिविर तक ही जाने की अनुमति होगी.
केरल राज्य सड़क परिवहन की बस लोगों को पंपा नदी के किनारे तक पहुंचाएगी, जहां से श्रद्धालु मंदिर के लिए रवाना हो सकते हैं.
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बाढ़ के बाद की स्थिति की समीक्षा करने के लिए पंपा में एक उच्च-स्तरीय बैठक के बाद टीडीबी के अध्यक्ष एम पद्मकुमार ने कहा, ‘‘अय्यप्पा भक्त कान्नी पूजा के दौरान पूजा करने के लिए मंदिर जा सकेंगे.’’
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