सबरीमाला में अय्यप्पा मंदिर कुम्भम के मलयालम महीने के पांच दिवसीय मासिक पूजा के लिए शुक्रवार यानी आज खोल दिया गया है. तांत्री के मार्गदर्शन में, मेल्संथी ने मंदिर के गर्भगृह को शाम 5 बजे खोला. इसके बाद विभिन्न उपदेवता मंदिरों के उद्घाटन और 18 पवित्र चरणों के पास ‘aazhi' की रोशनी की गई.
शनिवार सुबह मंदिर खुलने पर तीर्थयात्रियों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. COVID-19 स्थिति के मद्देनजर, स्लॉट बुक करने वाले केवल 5,000 भक्तों को दैनिक आधार पर दर्शन की अनुमति दी जाएगी.
Kerala: The Ayyappa temple in Sabarimala opened on Friday evening for the monthly puja for Malayalam month of Kumbham. pic.twitter.com/2esp2PIJRZ
— ANI (@ANI) February 12, 2021
वहीं तीर्थयात्रियों को मंदिर में जाने की अनुमति दी जाएगी. जिनमें कोरोना वायरस से संबंधित कोई लक्षण न हो. बता दें, COVID-19 प्रोटोकॉल के सख्त अनुपालन में तीर्थयात्रियों के प्रवेश को विनियमित किया जाएगा. मंदिर 17 फरवरी को रात 9 बजे बंद हो जाएगा.
'सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर कानून बनेगा'
केरल में कांग्रेस पार्टी (Congress) प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर (Sabarimala Temple) में महिलाओं के प्रवेश को लेकर एक कानून बनाने पर विचार कर रही है. राज्य में अप्रैल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
जानिए मंदिर के बारे में
यह मंदिर केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से 175 किलोमीटर दूर पहाड़ियों पर स्थित है. यह मंदिर चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है. इस मंदिर तक पहुंचने के लिए 18 पावन सीढ़ियों को पार करना पड़ता है, जिनके अलग-अलग अर्थ भी बताए गए हैं. पहली पांच सीढियों को मनुष्य की पांच इन्द्रियों से जोड़ा जाता है. इसके बाद वाली 8 सीढ़ियों को मानवीय भावनाओं से जोड़ा जाता है. अगली तीन सीढियों को मानवीय गुण और आखिर दो सीढ़ियों को ज्ञान और अज्ञान का प्रतीक माना जाता है.
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