विज्ञापन

मान्यता है हरतालिका तीज पर ये 4 काम करने से सुखमय बीतेगा वैवाहिक जीवन

teej upay : महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन की परेशानियां को दूर करने के लिए 6 सितंबर को हरतालिका तीज के पर्व पर पूजा के अलावा कुछ उपाय भी कर सकती हैं.

मान्यता है हरतालिका तीज पर ये 4 काम करने से सुखमय बीतेगा वैवाहिक जीवन
हरतालिका तीज के दिन भगवान शंकर और मां गौरी की पूरे विधि-विधान से पूजा करें.

Hartalika Teej 2024: हरतालिका तीज का त्योहार हर वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह पर्व 6 सितंबर को मनाया जाएगा. हरतालिका तीज के दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन सुहागिन महिलाएं (Hartalika Teej Puja Vidhi) अपने पति की लंबी उम्र और अखंड सौभाग्य की कामना लेकर व्रत रखती हैं. यह त्योहार कुंवारी कन्याओं के लिए भी बहुत उत्तम माना जाता है. कुंवारी कन्याएं अच्छे पति की कामना लेकर इस व्रत को करती हैं. इस व्रत में शादीशुदा महिलाएं मां पार्वती से (Hartalika Teej 2024 Date and time) अपने सौभाग्य के लिए प्रार्थना करती हैं और आशीर्वाद मांगती हैं. बहुत सी महिलाएं अक्सर अपने वैवाहिक जीवन में (Hartalika Teej puja Samagri List) बहुत सारी समस्याओं से जूझ रही होती हैं, ऐसे महिलाओं के लिए तीज का यह त्योहार बहुत खास साबित हो सकता है.

Hartalika Teej 2024 : हरतालिका तीज पर 16 श्रृंगार करने का क्या है महत्व, जानिए यहां


महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन की परेशानियां को दूर करने के लिए 6 सितंबर को हरतालिका तीज के पर्व पर पूजा के अलावा कुछ उपाय भी कर सकती हैं. जिससे उनका वैवाहिक जीवन खुशियों से भर सकता है. साथ ही जिन लोगों के विवाह में बाधाएं आ रही हैं, उन्हें भी यह उपाय अवश्य करने चाहिए...

  • हरतालिका तीज के दिन भगवान शंकर और मां गौरी की पूरे विधि-विधान से पूजा करें और आखिर में व्रत कथा जरूर सुनें. इसके बाद मां गौरी को खीर का भोग लगाएं और इसको प्रसाद के रूप में अपने पति को अवश्य खिलाएं. इससे ना केवल आपका दांपत्य जीवन सुखमय बनेगा बल्कि आपका रिश्ता भी मजबूत होगा.
  • हरतालिका तीज के पर्व पर, सुहागन स्त्रियों को निर्जला व्रत रखना चाहिए और शाम को 16 श्रृंगार करके भगवान शिव के मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करनी चाहिए. पूजा करने के बाद ओम गौरी शंकर ओम नमः मंत्र का जाप करना चाहिए. साथ ही अगर संभव हो सके तो मां गौरी को लाल वस्त्र और सोलह श्रृंगार की वस्तुएं भी अर्पित करनी चाहिए.
  • मां को चढ़ाने वाले चुनरी में अपनी श्रद्धा के अनुसार 11, 21, 101 रुपए जरूर बांधने चाहिए. पूजा संपन्न होने के बाद जो पैसे आपने चुनरी में बांध रखें हैं उसे अपने पास रखें. यह माना जाता है कि इससे आपका दांपत्य जीवन सुखमय बना रहता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com