
दिल्ली मॉडल टाउन की हाई-प्रोफाइल चोरी का केस सुलझ गया है, जिसमें बिहार से 3 आरोपी अरेस्ट हो गए हैं. चोरी का मास्टरमाइंड नौकर फरार है. 2.25 करोड़ की जूलरी और 15 लाख कैश बरामद हुआ है. बता दें कि दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में एक कारोबारी के परिवार के घर से हुई करोड़ों की चोरी का मामला दिल्ली पुलिस ने सुलझा लिया है, इस हाई प्रोफाइल चोरी के केस में पुलिस की AATS (Anti Auto Theft Squad) और मॉडल टाउन थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने बिहार से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से करीब 2.25 करोड़ रुपये की जूलरी और 15 लाख 20 हजार रुपये नकद बरामद किए गए हैं. उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी भीष्म सिंह के मुताबिक- 27 जून 2025 को अनिता झुनझुनवाला निवासी मॉडल टाउन ने शिकायत दी थी कि उनके यहां काम करने वाला अरुण कुमार ने घर से करीब 55 लाख नकद, और हीरे सोने-चांदी की जूलरी चुराकर फरार हो गया है. पुलिस ने इस केस की गंभीरता को देखते हुए एक स्पेशल टीम बनाई. जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और सैकड़ों कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) का विश्लेषण किया गया. CCTV में आरोपी नौकर अरुण और एक अन्य शख्स बैग और ट्रॉली लेकर घर से निकलते दिखे. टीम ने बिहार के बांका जिले के अलग-अलग गांवों में छापेमारी की और फिर 10 जुलाई को एक लोकल इनपुट के आधार पर बिहार के बुधीघाट के जंगलों से तीन आरोपियों को दबोच लिया गया.
गिरफ्तार आरोपी- 1 विवेक कुमार (22 साल), निवासी लालमठिया, बांका, बिहार, 2. बिरेन्द्र यादव (22 साल), निवासी सिहोलिया, बांका, बिहार, 3. पीयूष कुमार कापरी (29 साल), निवासी मेरहा, बांका, बिहार, गिरफ्तारी के समय तीनों आरोपी चोरी का कैश और जूलरी आपस में बांट रहे थे. इनके पास से जो सामान मिला, उसकी सूची काफी लंबी है-
हीरे और सोने के हार, कंगन, अंगूठी, टीका, झुमके
1 सोने की बिस्किट
8 सोने की चैन, 10 नथ
43 चांदी के बर्तन (कटोरे, ग्लास, बाल्टी, चम्मच, पूजा की थाली)
01 चांदी की चादर, 01 चांदी की डिब्बी
20 रुपये के सिक्कों का पैकेट,
नकद ₹15,20,000/-
पूछताछ में पता चला कि नौकर अरुण ने अपने गांव के दोस्तों के साथ मिलकर पूरी चोरी की साजिश रची थी. कुल छह लोगों ने मिलकर चोरी की. चोरी के बाद कैश और जूलरी को कई लोगों के ज़रिए एक गांव से दूसरे गांव में घुमाया गया ताकि पकड़े न जाएं.
साजिश में शामिल लोग थे: अरुण कुमार, बिरेन्द्र, कृष्णा, अजय यादव, महेश टांटी (सभी अरुण के गांव से), विवेक (अलग गांव से). इनमें से कुछ पैसे दिलीप यादव, मालती यादव, किष्टू यादव, पवन यादव, नवीन यादव के पास भी भेजे गए थे. सभी आरोपी पहली बार अपराध में शामिल पाए गए हैं. उन्होंने सिर्फ जल्दी पैसा कमाने और ऐश की ज़िंदगी जीने के लालच में ये वारदात की. बाकी चोरी का सामान और आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है. बाकी आरोपी और चोरी का बचा हुआ माल जल्द ही बरामद करने के लिए पुलिस की टीमें लगातार कार्रवाई में जुटी हैं.
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