दिल्ली की हवा की क्वालिटी आज कैसी है.
दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को छाई धुंध का असर शुक्रवार को भी देखा (Delhi Pollution) जा रहा है. हालांकि कल से आज स्थिति में थोड़ा सुधार जरूर है. लेकिन मौसम पूरी तरह साफ नहीं है. धुंध की पीली चादर आज भी आसमान में देखी जा रही है. दिल्ली-एनसीआर का मौसम आज भी अजीब सा है. गुरुवार की तरह आज भी सुबह से ही धूल की एक मोटी परत छाई हुई है. गुरुवार को छाई धूल की वजह से न सिर्फ विजिविलटी कम हुई बल्कि वायु गुणवत्ता में भी गिरावट (Delhi AQI) आई. इससे सबसे ज्यादा दिक्कत उन लोगों को हुई, जो सांस संबंधी बीमारी से जूझ रहे हैं. आंखों और सीने में जलन, सांस लेने में दिक्कत इस मौसम में आम बात होती है. शुक्रवार को भी हालात कुछ खास अच्छे नहीं हैं, लेकिन गुरुवार की अपेक्षा बेहतर हैं.
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#WATCH | दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक में गिरावट दर्ज की गई है, श्री अरबिंदो मार्ग के आस-पास के इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 212 पर पहुंच गया है, जिसे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार 'खराब' श्रेणी में रखा गया है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 16, 2025
(वीडियो AIIMS, श्री अरबिंदो मार्ग से है।) pic.twitter.com/amKoOLFb3H
आज कैसी है दिल्ली-एनसीआर की हवा?
गुरुवार को धूल भरी आंधी के बाद दिल्ली-एनसीआर की हवा अब भी जहरीली बनी हुई है. शक्रवार को भी एक्यूआई खराब दर्ज किया गया. सीपीसीबी के मुताबिक, दिल्ली में शुक्रवार सुबह 7 बजे तक औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक 305 दर्ज किया गया. जबकि अगर एनसीआर की बात करें तो गुरुग्राम में 294, फरीदाबाद में 288, गाजियाबाद में 283, ग्रेटर नोएडा में 256, नोएडा में AQI 289 दर्ज किया गया.
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में पहुंच गई है। इंडिया गेट के आसपास के क्षेत्र में आज सुबह AQI 249 दर्ज़ किया गया है। pic.twitter.com/F3NqimecB1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 16, 2025
दिल्ली का AQI लेवल जानिए
दिल्ली के मुंडका इलाके में सबसे ज्यादा 419 और वजीरपुर में 422 एक्यूआई दर्ज किया गया. इसके अलावा, राजधानी के 21 इलाकों में एक्यूआई लेवल 300 से ऊपर और 400 के बीच में बना हुआ है.
डॉक्टर्स की सलाह जानिए
लोक नायक अस्पताल के एक डॉक्टर के मुताबिक, दिल्लीवासियों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है, क्योंकि धूल लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकती है. धूल के कण फेफड़ों में गहराई तक जा सकते हैं, जिससे संभावित रूप से फेफड़ों की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. कि ऐसी धूल भरी आंधी के दौरान बाहर निकलने से बचें तथा सांस संबंधी बीमारी से पीड़ित लोगों को सतर्क रहना चाहिए.
- मास्क धूल के कणों को छानने में मदद कर सकते हैं
- मास्क को अच्छी तरह से फिट होना चाहिए.
- खिड़कियां और दरवाज़े बंद रखें.
- घर पर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें.
- अपनी आंखों को रगड़ने से बचें क्योंकि इससे चोट लग सकती है.
- अगर जलन हो, तो सादे पानी से आंखों को अच्छी तरह धोएं.
- खूब पानी पिए
दिल्ली में धूल की परत आई कहां से?
दिल्ली-एनसीआर में हाल ही में धूल भरी आंधी और धुंध की स्थिति देखी गई. सवाल ये है कि अचानक धुंध आई कैसे. इस पर वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार ने बताया कि यह स्थिति दबाव ढाल (प्रेशर ग्रेडियंट) में अंतर की वजह से पैदा हुई है. राजस्थान में उच्च तापमान की वजह से दबाव कम हो रहा है, जबकि अन्य क्षेत्रों में दबाव बढ़ रहा है. इस दबाव अंतर की वजह से धूल भरी हवाएं दिल्ली-एनसीआर तक पहुंच गईं.
मौसम विभाग ने पश्चिमी राजस्थान में धूल भरी आंधी की संभावना जताई है, जबकि पंजाब और हरियाणा में इसका असर कम हो सकता है.
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