ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी सोसायटी में जिस फ्लैट से 40 किलो सोने और साढ़े छह करोड़ रुपये चोरी हुए थे वह फ्लैट नोएडा पुलिस को मिल गया है. पुलिस के मुताबिक यह फ्लैट किसलय पांडे ने किसी और नाम से किराए पर लिया था. किसलय पांडे का अब तक पता नहीं चल सका है कि वह कहां है. किसलय और उसके पिता राममणि पांडे पर दिल्ली और एनसीआर में करोड़ों की ठगी के मामले दर्ज हैं. किसलय खुद को सुप्रीम कोर्ट का वकील बताता है लेकिन पुलिस की जांच में पता चला कि उसकी डिग्री ही फर्जी है.
किसलय पांडे ने आज ट्विटर पर एक बयान जारी कर नोएडा पुलिस की जांच में साथ देने की बात कही है. उसने कहा कि उसकी लड़ाई उनसे है जो देश को ठग रहे हैं.
नोएडा पुलिस किसलय पांडे की तलाश कर रही है. किसलय पांडे कह रहा है कि वह विदेश में है. किसलय ने एनडीटीवी से वीडियो कॉल पर बातचीत की. उससे किए गए सवाल-किसलय जिस फ्लैट में चोरी हुई क्या वह आपका है, क्या आपने किराये पर लिया था? जवाब में उसने कहा- ''नहीं, उस फ्लैट से मेरा कोई संबंध नहीं है.'' जब्त सोना और कैश उसका होने के बारे में पूछने पर किसलय ने कहा कि ''ये बड़ा हास्यास्पद है, मेरा कुछ भी नहीं है.''
पुलिस कह रही है कि इस घटना का मास्टरमाइंड किसलय पांडे का केयरटेकर गोपाल और ड्राइवर है. इस बारे में किसलय ने कहा कि ''इस नाम से मेरा कोई केयरटेकर नहीं है. मैं नहीं जानता इन्हें.'' किसलय पर पहले से चीटिंग के कई केस दर्ज हैं. इस बारे में उसका कहना है कि ''वे केस 18-19 साल पहले के हैं, वह अलग मामला है.''
पुलिस कह रही है कि जब्त किया गया सोना किसलय द्वारा ठगी के पैसे का हो सकता है. इस बारे में सवाल पर उसने कहा कि ''यह बिल्कुल गलत है, उससे इसका कोई संबंध नहीं है. यह कैसे हो सकता है, ये पूछना ही गलत है.'' उसने बताया कि वह अभी विदेश में है. उसने कहा कि वह नोएडा पुलिस के संपर्क में है और जांच में सहयोग कर रहा है.
ग्रेटर नोएडा में करोड़ों के सोने की चोरी हुई और चोर पकड़े भी गए. यूपी पुलिस को पहले ये पता नहीं चला था कि ये चोरी किस घर में हुई और इस सोने का असली मालिक कौन है. करीब 40 किलो सोने और साढ़े 6 करोड़ नकद की चोरी के मामले की जांच में ईडी और आयकर विभाग भी जुट गया था. करीब 14 किलो सोना और 57 लाख कैश की बरामदगी नोएडा पुलिस ने 6 लोगों से की थी. पुलिस के मुताबिक इस गैंग ने करोड़ो की ये चोरी बीते साल सितंबर के महीने में की थी,लेकिन कुछ दिन पहले गैंग के लोगों में सोने के बंटवारे को लेकर झगड़ा हो गया और ये बात पुलिस तक पहुंच गई. फिर जाल बिछाकर नोएडा से सभी 6 लोग पकड़े गए. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने करीब 40 किलो सोना और साढ़े 6 करोड़ रुपये चोरी किया था.
पुलिस आरोपियों को लेकर ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी सोसायटी पहुंची, लेकिन चोर यह नहीं बता पा रहे थे कि वह कौन सा फ्लैट था जहां वे चोरी करने आए थे. जांच में पता चला कि इस वारदात का मास्टरमाइंड गोपाल है. गोपाल सुप्रीम कोर्ट के कथित वकील किसलय पांडे का केयरटेकर है. जिस फ्लैट में चोरी हुई माना जा रहा था कि वह किसलय का ही होगा. किसलय के ड्राइवर ने ही गोपाल को पैसे के बारे में बताया था. फिर गोपाल ने ग़ाज़ियाबाद और नोएडा के सलारपुर के 9 लोगों के साथ इस चोरी को अंजाम दिया. चोरी करते वक्त गोपाल के साथ जो शख्स फ्लैट में गया वह फरार है. बाकी लोग फ्लैट से दूर खड़े थे इसलिए उन्हें फ्लैट का पता नहीं था.
पुलिस के मुताबिक किसलय और उसके पिता राममणि पर दिल्ली एनसीआर में ठगी के कई केस दर्ज हैं. उनकी तरफ से चोरी की कोई शिकायत नहीं दी गई थी. पता चला है कि वो विदेश में हैं. पुलिस ने इस मामले की जांच में ईडी और आयकर विभाग को भी शामिल किया है. डीसीपी ने कहा कि किसलय की ग्रेटर नोएडा में कई संपत्तियों का पता चला है. उसकी पत्नी ग्रेटर नोएडा की एक पॉश सोसायटी में रह रही है.
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