लॉरेश विश्नोई के कट्टर दुश्मन कैलाश मांजू को स्पेशल सेल कांउटर इंटेलीजेंस यूनिट ने गिरफ्तार कर लिया है.स्पेशल सेल ने एक पिस्टल औऱ 8 राउंड कारतूस के साथ उसे साउथ दिल्ली इलाके के कैलाश से गिरफ्तार किया. गौरतलब है कि जोधपुर के एक गांव में कैलाश मांजू सरपंच रह चुका है. साल 2008 से जुर्म की दुनिया मे कैलाश मांजू सक्रिय है, अपने इलाके में उसका काफी दबदबा रहा है. इसलिए उसने सरपंची का चुनाव जीता और पूरे इलाके में मांजू परिवार का दबदबा था यही वजह थी पहले उसके पिता और कैलाश की पत्नी भी सरंपच रह चुकी है.
42 साल के कैलाश मांजू पर 43 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और उस पर NSA की तरह ही राजस्थान पुलिस ने राज पाशा लगाया हुआ था जिसमे वो फरार चल रहा था. राजस्थान की जेल में कैलाश की गैंगस्टर लॉरेश विश्नोई से मुलाकात हुई और पहले दोनों एक साथ अवैध वसूली फिरौती के लिए अपने अपने गुर्गो से काम करवा रहे थे. लेकिन एक वक्त में लॉरेश ने जब मांजू के गांव इलाके के कुछ प्रभावशाली और बड़े लोगो से अवैध वसूली करना चाही तो यह बात कैलाश को नगबार गुजरी और दोनों के रिश्ते कट्टर दुश्मनी में तब्दील हो गए.
जिसके बाद लॉरेश और गोल्डी बराड़ ने मिलकर कैलाश पर जानलेवा हमला तक करवाया और कैलाश के ही गैंगस्टर भाई राकेश मांजू पर भी फायरिंग करवाई. कैलाश राजस्थान के कुख्यात डॉन रहे आनंदपाल के गैंग से भी जुड़ा हुआ है और पुलिस सूत्रों के मुताबिक कैलाश और उसका भाई आनंदपाल गैग को जेल से ऑपरेट करने वाले उसके भाई विक्की पाल से जुड़ा हुआ है. मांजू के गैंग में इस वक्त करीब 100 शार्प शूटर मौजूद हैं जो अलग अलग राज्यों तक फैले है. NIA ने भी केलाश मांजू पर शिकंजा कसा था उसके ठिकानों पर छापेमारी की थी. अपने फरारी के दौरान वो नेपाल में भी रह चुका है.
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