मुजफ्फरनगर प्रशासन ने पूर्व ग्राम प्रधान राजवीर त्यागी की 50 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति गिरोहबंद अधिनियम (गैंगस्टर एक्ट) के तहत जब्त कर ली है. पुलिस ने ये कार्रवाई रविवार की. राजवीर त्यागी मुजफ्फरनगर जिले के चरथावल थाना क्षेत्र के पावती गांव का प्रधान रह चुका है. मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक यादव ने रविवार को यह जानकारी दी. बता दें कि राजपाल त्यागी मई में उस समय सुर्खियों में आया था जब उसने पावती गांव में एक व्यक्ति को लेकर घोषणा करते हुए एक वीडियो फेसबुक पर डाला था.
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इस वीडियो में ढोल पीटते हुए एक व्यक्ति यह कहते सुना गया था कि अगर कोई दलित उनके खेत और ट्यूबवेल के परिसर में प्रवेश करेगा, तो उसे 50 जूतों से पीटा जाएगा और पांच हजार रुपये जुर्माना वसूल किया जाएगा. खास बात यह है कि त्यागी ने दलितों द्वारा उसके खेत की फसल काटने से इंकार करने पर प्रतिक्रिया देते हुए ये घोषणा करवाई थी.
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एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि इस आरोप में 10 मई को राजवीर त्यागी और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ गिरोहबंद अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था. गिरोहबंद अधिनियम की धारा 14 (1) के तहत राजवीर त्यागी की 50 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की गई है. राजवीर त्यागी के खिलाफ पहले भी कई अन्य मामले दर्ज हैं. उल्लेखनीय है कि राजवीर त्यागी कुख्यात गैंगस्टर विक्रांत त्यागी उर्फ विक्की त्यागी का पिता है, जिसकी वर्ष 2015 में अदालत में पेशी के दौरान हत्या कर दी गई थी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं