मुंबई साइबर पुलिस ने एक दिन में 1930 हेल्पलाइन में रिपोर्ट डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) के अलग-अलग मामलों में एक करोड़ से अधिक रकम गबन होने से पहले फ्रीज कराया. मुंबई पुलिस (Mumbai Police) साइबर हेल्पलाइन के जरिए इस साल अब तक 114 करोड़ रुपये फ्रीज कर पीड़ितों को लौटा चुकी है.
मुंबई साइबर पुलिस रविवार को ऐसे ही 4 लोगों के 1 करोड़ से ज्यादा की रकम फ्रीज कराने में सफल रही, जिनमें तीन डिजिटल अरेस्ट वाले पीड़ित थे.
मुम्बई क्राइम ब्रांच के डीसीपी दत्ता नलावड़े ने कहा कि कल जो मामला रिपोर्ट हुआ था, उसमें विक्टिम को बताया गया कि आपका बैंक अकाउंट मनी लॉन्ड्रिंग के लिए इस्तेमाल हुआ है और उसमें बहुत से फर्जी ट्रांजेक्शन दिख रहे हैं. जो कॉलर था वो पुलिस अफसर बनकर बात कर रहा था, उसके बाद तुरंत विक्टिम को एक वीडियो कॉल आया, जिसमें उन्होंने देखा कि जो कॉलर है वो पुलिस यूनिफॉर्म में बैठा है. उसके बाद एक और अफसर को कॉल ट्रांसफर हुआ, जिसमें वो उन्हें इंटेरोगेट करने लगा.
पुलिस के मुताबिक, 80 साल के बुजुर्ग इससे डरकर अपने घर में ही तकरीबन 5 दिन तक कैद रहे और ठग को एक करोड़ 20 लाख रुपये भी दे दिए. इस बीच उन्होंने वर्धमान ग्रुप के मालिक को इसी तरह ठगे जाने की खबर सुनी, तब उन्हें एहसास हुआ कि वो खुद भी ठगे गए हैं. बुजर्ग की शिकायत पर पुलिस ने उनके 67 लाख रुपये के करीब फ्रीज़ करा लिए.
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