
What are the top 3 causes of shortness of breath : अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि उन्हें जल्दी-जल्दी सांस फूलने (Saans Kyo Phulne Lagti Hai) लगती है या बिना किसी मेहनत के भी सांस लेने में दिक्कत होती है. अब सोचिए, अगर आप हल्का सा काम करें, कुछ सीढ़ियां चढ़ें या थोड़ी तेज़ चाल से चलें और तुरंत ही आपकी सांसें फूलने लगे, तो ये काफी परेशान करने वाली बात हो सकती है. आमतौर पर तो ऐसा तब होता है जब हम बहुत दौड़ते हैं. एक्सरसाइज (Exercise Kartne Me Thakan Kyun Hoti Hai) करते हैं या कोई भारी सामान उठाते हैं. लेकिन कई बार ये दिक्कत तब भी होती है जब शरीर के अंदर कुछ और गड़बड़ चल रही हो.
आम कारणों की बात करें तो एलर्जी, इंफेक्शन, गले में सूजन, टॉन्सिल्स, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या फिर फेफड़ों से जुड़ी अन्य बीमारियां सांस फूलने की वजह बन सकती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे विटामिन्स की कमी भी जिम्मेदार हो सकती है? जी हां, खासकर विटामिन डी की कमी से ये समस्या बढ़ जाती है.
किस विटामिन की कमी से चक्कर आता है?
क्यों जरूरी है विटामिन डी? (Why Vitamin D Is Important)
विटामिन डी सिर्फ हड्डियों को मजबूत बनाने में ही काम नहीं आता. बल्कि ये हमारे फेफड़ों के सही ढंग से काम करने में भी मदद करता है. अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए तो फेफड़ों का फंक्शन कमजोर पड़ने लगता है. इससे सांस लेने में कठिनाई, बार बार घरघराहट, सीने में भारीपन या जकड़न और जल्दी थकान जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं. लंबे समय तक इसकी कमी बनी रहे तो अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी स्थितियों का खतरा भी बढ़ सकता है.
विटामिन डी की कमी कैसे पूरी करें? (How to overcome Vitamin D deficiency?)
सबसे आसान और नेचुरल तरीका है धूप. इसके लिए सुबह का समय सबसे अच्छा माना जा सकता है. जब आप 10 से15 मिनट तक धूप में आराम से समय बिता सकते हैं. ऐसा करने से शरीर को पर्याप्त विटामिन डी मिलता है. ये इस विटामिन की कमी को पूरा करने का सबसे अच्छा जरिया भी है. इसके अलावा आहार में इन चीजों को शामिल करें:
- दूध और दूध से बनी चीजें (जैसे दही, पनीर)
- अंडा
- मछली और मीट
- संतरा
- अनाज और सीरियल्स
इन सब चीजों को रोजाना की डाइट में शामिल करने से शरीर को जरूरी पोषण मिलता है और धीरे धीरे सांस संबंधी समस्याएं भी कम हो सकती हैं.

सप्लीमेंट्स की जरूरत कब? (When To Take Suppliments)
अगर सिर्फ धूप और खानपान से विटामिन डी की कमी पूरी न हो रही हो, तो डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट लेना पड़ सकता है. लेकिन याद रखिए बिना डॉक्टर की सलाह के खुद से दवा या सप्लीमेंट लेना नुकसानदेह हो सकता है.
ध्यान देने वाली बातें
ये सही है कि विटामिन डी की कमी से सांस की तकलीफ हो सकती है. लेकिन हमेशा यही वजह नहीं होती. अगर आपको बार-बार सांस फूलने की समस्या हो रही है, तो इसे हल्के में न लें. ये किसी और गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है. बेहतर यही है कि समय पर डॉक्टर से जांच करवाएं और सही इलाज लें.
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