किडनी रैकेट गिरोह का दिल्‍ली पुलिस ने किया भंडाफोड़, 10 लोगों को किया गिरफ्तार 

भोले-भाले लोगों को किडनी बेचने के लिए मनाया जाता था और उन्‍हें दिल्ली से हरियाणा स्थित सेंटर पर ले जाकर किडनी निकाली जाती थी. इस किडनी को महंगी कीमत लेकर लोगों को बेचा जाता था.

किडनी रैकेट गिरोह का दिल्‍ली पुलिस ने किया भंडाफोड़, 10 लोगों को किया गिरफ्तार 

आरोपी भोले-भाले लोगों की किडनी निकालकर उन्‍हें महंगी कीमत पर बेचते थे.

नई दिल्ली :

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक बड़े किडनी रैकेट (Kidney Racket) गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली में एक किडनी रैकेट गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए शहर के विभिन्न हिस्सों से 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों ने शुरुआती पूछताछ के बाद 14 मामलों को अंजाम देने की बात कबूली है. इस मामले में दिल्‍ली पुलिस लगातार आरोपियों से पूछताछ में जुटी है. साउथ दिल्ली डीसीपी बेनिता मेरी जेकर ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि इस पूरे घटनाक्रम की हौज खास थाने में शिकायत दर्ज कराई गई.

अपराध की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए हौजखास थाने की SHO शिवानी सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें इंस्पेक्टर रोहित भरत लाल, एसआई दीपक धर्म सिंह, महिला सब इंस्पेक्टर अर्चना रिया, सब इंस्पेक्टर रमेश, एएसआई दिनेश, हेड कांस्टेबल शेर सिंह, कांस्टेबल नरेश, विकास, राकेश, अश्विनी और बजरंग को शामिल किया गया. 

हैदराबाद: 56 साल के शख्स की किडनी से निकले पथरी के 206 टुकड़े , 1 घंटे तक चला ऑपरेशन

गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान सर्वजीत जलवाल, शैलेश पटेल, मोहम्मद लतीफ, बिकास उर्फ विकास, रणजीत गुप्ता, डॉ. सोनू रोहिल्ला, डॉ. सौरभ मित्तल, कुलदीप राय विश्वकर्मा उर्फ केडी, ओम प्रकाश शर्मा और मनोज तिवारी के तौर पर की गई है. इन सभी आरोपियों ने अपने काम बांटे हुए थे. सर्वजीत और शैलेश भोले-भाले लोगों को किडनी बेचने के लिए मनाते थे. मोहम्मद लतीफ एक स्कैनिंग सेंटर में काम करता था, जहां किडनी को स्कैन किया जाता था. वहीं विकास और रणजीत लोगों को दिल्ली से हरियाणा के गुहाना स्थित उस सेंटर पर लेकर जाते थे, जहां किडनी निकाली जाती थी और महंगी कीमत लेकर लोगों को बेचा जाता था. डॉ. सोनू गुहाना के सेंटर का मालिक था और डॉ. सौरभ मित्तल दिल्ली के एक जानेमाने अस्पताल में सेवा देता था. कुलदीप, ओम प्रकाश और मनोज ऑपरेशन थियेटर में काम करते थे. 

खुद को दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना बता कर वकील को दे रहा था धमकी, पुलिस ने दर्ज किया केस

DCP ने बताया कि इस गैंग ने हरियाणा के सोनीपत में एक ऑपरेशन थिएटर बना रखा है. वहीं से वे इस काम को अंजाम दिया करते थे. पूछताछ के दौरान अपराधी डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि वे मरीज से एक ऑपरेशन के लाख रुपये तक लेते थे. अब तक इस गैंग ने पिछले छह महीने में 14 लोगों को अपना शिकार बनाया है. यह आंकड़ा बढ़ सकता है, क्योंकि मामले की जांच अभी चल रही है. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

किडनी गैंगः 12 लोगों ने बेची किडनी, पुलिस ने 3 आरोपियों को किया अरेस्ट