
- एशिया कप 2025 का आयोजन दुबई और अबू धाबी में 9 सितंबर से शुरू होगा. भारतीय टीम 10 सितंबर को मैदान में उतरेगी.
- दुबई स्टेडियम की पिच में इस बार घास की परत होगी, जिससे बॉल बेहतर कैरी करेगी और बल्लेबाजी आसान होगी.
- पूर्व हेड क्यूरेटर टोनी हेमिंग ने बताया कि दुबई और अबू धाबी की पिचों में पाकिस्तानी मिट्टी का इस्तेमाल होता है
Asia Cup 2025 Pitch Update: एशिया कप 2025 की शुरुआत 9 सितंबर से हो रही है और भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत 10 सितंबर को करेगी. भारत डिफेंडिंग चैंपियन है और सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में टीम इंडिया की कोशिश अपने खिताब का बचाव करने की होगी. एशिया कप का आयोजन इस साल दुबई और अबू धाबी में हो रहा है, जहां ओस और टॉस बहुत अहम हो जाता है. मैच कई मौकों पर एकतरफा हो जाते हैं. इस बार क्या स्थिति अलग होगी? और दुबई और अबू धाबी की पिच किस तरह से अलग होगी, इसको लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. दुबई स्टेडिम के पूर्व हेड पिच क्यूरेटर ने टोनी हेमिंग ने बताया है कि आखिर इस साल क्या अंतर दिख सकता है.
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए टोनी हेमिंग ने कहा है कि पिच विकेटकीपर के लिए बेहतर कैरी होनी चाहिए और बल्ले पर बेहतर गति होनी चाहिए. टोनी हेमिंग से सवाल हुआ कि आगामी एशिया कप के लिए विकेट कैसी होंगी? इस पर उन्होंने जवाब दिया,"पिछले दो सालों के आधार पर, हमने देखा है कि दुबई स्टेडियम के अत्यधिक उपयोग के कारण, घास से परहेज किया जा रहा है. अब, पिछले दो हफ़्तों के मैदान को देखते हुए, इस समय वहां घास की परत है. इसलिए मेरा मानना है कि पिचें पिछले दो सालों की तरह व्यवहार नहीं करेंगी. पिचों पर विकेटकीपर के लिए बेहतर कैरी होनी चाहिए और बल्ले पर बेहतर गति होनी चाहिए."
इसके अलावा दुबई में हुए आईपीएल और 2021 टी20 वर्ल्ड कप के दौरान दिखा कि ओस ने कितनी अहम भूमिका निभाई थी. क्या इस बार भी यही स्थिति होगी, इसको लेकर टोनी हेमिंग ने,"चलिए सितंबर पर ध्यान रखते हैं. सितंबर में यहां ह्यूमिडिटी का स्तर 60 से 80 प्रतिशत के बीच रहा है. इसलिए, मुझे लगता है कि रात में तापमान 38 से 28 तक गिर सकता है. ज़ाहिर है, वातावरण में बदलाव आया है. इसलिए, अब ओस बन रही है."
टोनी हेमिंग ने आगे कहा,"ओस से बचाव के लिए, पहला उपाय यह है कि खेल वाले दिन मैदान पर पानी न डालें. कोशिश करें कि 36 या 48 घंटे पहले मैदान पर पानी डालें. दूसरा, मैच वाली सुबह ओस-रिटार्डेंट का इस्तेमाल करें. तीसरा, आप ऐसी स्थिति में हैं, जहां मौसम के मामले में आप भगवान के हाथों में हैं. ऐसे माहौल में ओस से बचने का एकमात्र तरीका है कि बड़े पंखे चलाएं और सतह को जितना हो सके सुखाएं. हालांकि, खेल शुरू होने के बाद, आपको पंखे चलाने की अनुमति नहीं है."
जब टोनी ने पूछा गया कि दुबई और अबू धाबी की पिच कितनी अंतर है, इसको लेकर उन्होंने बताया,"दोनों मैदानों के लिए पाकिस्तानी मिट्टी का इस्तेमाल होता है. इसलिए फ़र्क़ घास का होगा. मेरा मानना है कि दुबई में इस आयोजन के लिए ज़्यादा घास होगी. मुझे लगता है कि अबू धाबी में भी अच्छी और समतल घास होगी. फ़र्क़ सिर्फ़ क्यूरेटर और उस तकनीक का होगा जो शायद एक ग्राउंड्समैन दूसरे की तुलना में इस्तेमाल करता है."
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