नई दिल्ली: जब-जब विश्व क्रिकेट में किसी सबसे फिट खिलाड़ी का उदाहरण दिया जाता है, तो भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) इनमें से एक हैं. भारत के युवा ही नहीं, बल्कि दूसरे देशों के उभरते खिलाड़ी भी कोहली की ओर देखते हैं. श्रीलंका के लिए रवाना होने से पहले छहदिनी अनुकूलन शिविर में BCCI ने सभी खिलाड़ियों का यो-यो टेस्ट कराया था. विराट ने इस टेस्ट में 17.2 का स्कोर किया था, लेकिन आई रिपोर्ट के अनुसार शुभमन गिल 18.7 के स्कोर के साथ सबसे फिट खिलाड़ी के रूप में उभरकर सामने आए. यहां हम यह भी बता दें कि खिलाड़ियों को फिटनेस टेस्ट पास करने के लिए सिर्फ 16.5 के स्कोर को ही छूना था. और सभी भारतीय खिलाड़ियों ने इसे आसानी से प्राप्त कर कर लिया.
लेकिन ऐसी भी खबर आईं कि सबसे फिट क्रिकेटर का तमगा हासिल करने वाले 34 साल के कोहली यह स्कोर बनाने के बाद फिर से और बेहतर करने की कोशिश नहीं की क्योंकि वह शेष शिविर के लिए अपनी ऊर्जा को बचाकर रखना चाहते थे.
इस पर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट्ट ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा कि मैं आपसे एक बात कहूंगा. जब कोई खिलाड़ी एक तय उम्र में पहुंच जाता है, तो वह यह बात बहुत ही अच्छी तरह से जानता है कि जरुरी सीमा क्या है. और वह इस सीमा को पार करेगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान टीम में हम भी फिटनेस टेस्ट में भाग ले रहे थे. युवाओं के भीतर इस सीमा को पार करने का जुनून होता है. वहीं, सीनियर चाहे वह कितने भी फिट रहें, वे केवल तय मानक को छूकर इसी के ही साथ बने रहते हैं. सीनियर तय मानक हासिल करने के बाद खुद को आगे ले जाने की कोशिश नहीं करे क्योंकि यह गैरजरूरी उम्मीदों को जन्म देता है.