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क्या है सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का नया नियम? जिस पर मचा है बवाल, शार्दुल ठाकुर ने बताया गलत

शार्दुल ठाकुर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से बाहर होने के बाद निराश हैं. यही नहीं उन्होंने टूर्नामेंट में इस्तेमाल किए गए नेट रन रेट नियम पर भी हताशा व्यक्त की है.

क्या है सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का नया नियम? जिस पर मचा है बवाल, शार्दुल ठाकुर ने बताया गलत
Shardul Thakur
  • मुंबई के कप्तान शार्दुल ठाकुर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से बाहर होने के बाद निराशा व्यक्त कर रहे हैं
  • सुपर लीग में नेट रन रेट की नई गणना पद्धति ने मुंबई और अन्य टीमों की उम्मीदों को प्रभावित किया है
  • हैदराबाद ने सुपर लीग में महत्वपूर्ण जीतें दर्ज कीं, लेकिन अंतिम मैच में हार के कारण फाइनल से बाहर हो गई
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डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई के कप्तान शार्दुल ठाकुर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से बाहर होने के बाद निराश हैं. यही नहीं उन्होंने टूर्नामेंट में इस्तेमाल किए गए नेट रन रेट नियम पर भी हताशा व्यक्त की है. टूर्नामेंट में इस्तेमाल किए किए गए नियम के अनुसार सुपर लीग के लिए एनआरआर (NRR) की गणना नए सिरे से की गई और सुपर लीग के तीन मैचों के बाद यदि कई टीमें बराबर अंकों पर थीं तो हेड-टू-हेड आंकड़ों के बजाय एनआरआर को ध्यान में रखकर फैसला लिया गया. जिससे मुंबई, हैदराबाद और आंध्र प्रदेश जैसी टीमों की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा.

हैदराबाद ने सुपर लीग में मुंबई और राजस्थान के खिलाफ शानदार जीत दर्ज की थी. फाइनल में पहुंचने के लिए उसे हरियाणा के खिलाफ बस एक और जीत की जरूरत थी. मगर वह सुपर लीग के आखिरी मैच में हरियाणा खिलाफ 124 रनों से हार गई. जिसके साथ ही उसकी फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें भी चकनाचूर हो गईं.

कुछ ऐसा ही हाल आंध्र प्रदेश का भी रहा. टीम ने तीन में से दो मुकाबले अपने नाम किए. मगर वह झारखंड के खिलाफ शिकस्त खा बैठी. जिससे उसे टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा.

कुछ इसी तरह मुंबई की टीम को राजस्थान के खिलाफ NRR में सुधार करने और दौड़ में बने रहने के लिए 216 रनों के लक्ष्य को 10.2 ओवरों में हासिल करना था. ताकि वह टूर्नामेंट में बनी रहे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. वह 11 गेंदें शेष रहते लक्ष्य तक पहुंच पाई. जिससे उसे निराशा हाथ लगी.

टूर्नामेंट में मिली असफलता से मुंबई के कप्तान शार्दुल ठाकुर काफी निराश नजर आए. उन्होंने अपना विचार साझा करते हुए कहा कि मौजूदा नियम पर पुनर्विचार करना बहुत जरूरी है और यह सुनिश्चित किया जाए कि सुपर लीग में NRR की गणना शून्य से न की जाए.

स्पोर्टस्टार के साथ हुई बातचीत के दौरान शार्दुल ने कहा, 'हमारे लिए यह अभियान बिल्कुल भी निराशाजनक नहीं रहा, क्योंकि हमने पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया. हमने सिर्फ दो मैच गवाए.'

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