भारत के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान अपनी स्विंग गेंदबाजी और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए मशहूर रहे. साल 2003 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू के बाद पठान ने कई यादगार प्रदर्शन किए, तो साल 2006 के दौरे में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ उनकी हैट्रिक को शायद ही कोई भूल सके. 27 अक्टूबर 1984 को बड़ौदा में जन्मे इरफान पठान ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद टेस्ट टीम में जगह बनाई थी. ये वो वक्त था, जब दुनिया पठान की काबिलियत से अनजान थी. बहरहाल, क्रिकेटर से बतौर कमेंटेटर इरफान पठान की यात्रा अनगिनत उपलब्धियों और किस्सों से जुड़ी है, जो सोमवार को अपना 41वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं. वैसे पठान के करियर में यूं तो कई यादगार किस्से हैं, लेकिन करियर की शुरुआत में पाकिस्तानी पूर्व दिग्गज जावेद मियांदाद ने अपनी आदत के अनुसार अपना हल्कापन दिखाया, तो पठान ने उन्हें ऐसा करारा जवाब दिया, जिसे वह ही नहीं, तमाम पाकिस्तानी कभी भी नहीं भूल पाएंगे. दरअसल, पाकिस्तान दौरे पर रवाना होने से पहले इरफान को लेकर बहुत ही ज्याद मीडिया हाइप थी. वजह थी उनके एक्शन का बहुत हद तक वसीम अकरम से मिलना. किसी न किसी वजह से पठान भारत ही नहीं, बल्कि पाकिस्तानी मीडिया में भी छाए हुए थे. इसी दौरान जावेद मियांदाद ने कहा था कि उनके जैसे गेंदबाज पाकिस्तान की गली-गली में खेलते हैं, लेकिन इस बयान के बाद पठान ने मार्च 2004 में उन्हें करारा जवाब दिया. वह भी ऐसे समय, जब मियांदाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच थे.
करियर का शानदार आगाज
इरफान पठान ने पाकिस्तान के खिलाफ 3 टेस्ट मुकाबलों में 12 विकेट हासिल किए. उन्होंने मुल्तान में पाकिस्तान के विरुद्ध सीरीज के पहले मैच में 6 विकेट हासिल किए. लाहौर में अगले मुकाबले में उन्होंने 3 सफलताएं हासिल करने के साथ 49 रन भी बनाए. रावलपिंडी में सीरीज के अंतिम मुकाबले में भी पठान के नाम 3 विकेट रहे. इरफान पठान के इस शानदार प्रदर्शन के साथ भारत ने सीरीज 2-1 से अपने नाम की. इसके बाद 29 जनवरी 2006 को कराची में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने अपने पहले ही ओवर में हैट्रिक हासिल की. कई वर्षों के बाद इरफान पठान ने स्पोर्ट्स कार्यक्रम 'क्रिकेट कनेक्टेड' में इस कहानी का जिक्र किया था. उन्होंने बताया कि जावेद मियांदाद के बयान से उनके पिता महमूद खान पठान काफी दुखी थे. पिता को यह बात काफी बुरी लगी थी. वह मियांदाद से खुद निजी तौर पर मिलना चाहते थे.
इरफान के पिता को देखते ही खड़े हो गए मियांदाद
इरफान पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी सीरीज खेल रहे थे, तो उनके पिता भी मैच देखने आए. जब मियांदाद ने इरफान पठान के पिता को देखा, तो अपनी जगह से खड़े हो गए. जावेद मियांदाद ने महमूद खान से कहा कि उन्होंने इरफान के बारे में ऐसा कुछ नहीं कहा था. मियांदाद की बात सुनने के बाद महमूद पठान ने कहा कि वह उन्हें कुछ कहने नहीं आए हैं. बस मिलने आए हैं.
कुछ ऐसा रहा पठान का रिकॉर्ड
भारत की ओर से 29 टेस्ट मुकाबलों में 100 विकेट लेने वाले इरफान ने इस फॉर्मेट में 1 शतक और 6 अर्धशतक भी लगाए. उन्होंने भारत की ओर से 120 वनडे खेले, जिसमें 173 विकेट हासिल करने के साथ 1,544 रन जोड़े. वहीं, 24 टी20 मुकाबलों में 28 विकेट हासिल किए। वह 2007 की विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे. सक्रिय क्रिकेट से अलग होने के बाद इरफान ने एक कमेंटेटर और समीक्षक के रूप में शानदार छवि बनाई है. पठान जो भी बोलते हैं, उसे क्रिकेट जगत बहुत ही गंभीरता के साथ सुनता है क्योंकि वह एकदम खरी-खरी बोलने के लिए जाने जाते हैं.
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