Sharifa Khane Ke Fayde Nuksan: शरीफ़ा एक पौष्टिक फल है, जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, जैसे कि ऊर्जा बढ़ाना, पाचन में सुधार करना, और त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होना. हालांकि, इसे सीमित मात्रा में खाना महत्वपूर्ण है, खासकर डायबिटीज और वजन प्रबंधन के लिए. शरीफ़ा के विभिन्न पहलुओं पर यहां इस FAQs आर्टिकल में हम जवाब देंगे उन तमाम सवालों का जो सबसे ज्यादा पूछे जाते हैं.
1. शरीफ़ा क्या है? | Shareefa kya hai | sharifa fruit in English
शरीफ़ा एक मीठा और मलाई जैसा फल है जिसे अंग्रेजी में कस्टर्ड एप्पल (sharifa fruit in English) भी कहा जाता है. यह गोल आकार का होता है और इसकी ऊपरी सतह पर छोटे-छोटे उभार होते हैं. अंदर सफेद गूदा और काले बीज होते हैं. इसमें विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं जो शरीर को ताकत देते हैं.
2. शरीफ़ा किस मौसम में मिलता है? | Sharifa kis mausam me milta hai
शरीफ़ा का मौसम आमतौर पर सितंबर से दिसंबर तक होता है. यह गर्मियों के बाद और सर्दियों के शुरू में बाजार में आसानी से मिल जाता है. इस समय यह फल सबसे मीठा और स्वादिष्ट होता है. ताज़ा शरीफ़ा खाना सबसे अच्छा रहता है क्योंकि पुराने फल का स्वाद और पोषण दोनों कम हो जाते हैं.
3. शरीफ़ा से क्या फायदे होते हैं? | Sharifa Khane Ke 10 Fayde
1. एनर्जी बढ़ाता है: शरीफ़ा में नेचुरल शुगर होती है जो तुरंत ऊर्जा देती है.
2. पाचन सुधारता है: इसमें फाइबर होता है जो पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज़ को दूर करता है.
3. त्वचा को ग्लो करता है: शरीफ़ा में विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो त्वचा को चमकदार बनाते हैं.
4. बालों को मजबूत बनाता है: इसमें आयरन और विटामिन सी होते हैं जो बालों को मज़बूत और चमकदार बनाते हैं.
5. ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखता है: शरीफ़ा में पोटैशियम और मैग्नीशियम होते हैं जो ब्लड प्रेशर को संतुलित रखते हैं.
6. दिल के लिए फायदेमंद है: इसमें फाइबर और मिनरल्स होते हैं जो हृदय को मजबूत बनाते हैं.
7. नींद अच्छी आती है: शरीफ़ा में मैग्नीशियम होता है जो दिमाग और शरीर को शांत करता है.
8. खून बढ़ाता है: इसमें आयरन और विटामिन सी होते हैं जो शरीर में खून बढ़ाने में मदद करते हैं.
9. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है: शरीफ़ा में विटामिन सी होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है.
10. वजन प्रबंधन में मदद करता है: सीमित मात्रा में खाने से यह वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है.
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4. शरीफ़ा खाते समय क्या सावधानियां रखनी चाहिए?
- अधिक न खाएं: शरीफ़ा को सीमित मात्रा में खाना चाहिए क्योंकि अधिक खाने से पेट भारी लग सकता है या सर्दी हो सकती है.
- बीज न खाएं: शरीफ़ा के बीज जहरीले हो सकते हैं, इसलिए इन्हें निकालकर ही गूदा खाना चाहिए.
- दूध के साथ न खाएं: शरीफ़ा और दूध एक साथ खाने से पाचन पर असर पड़ सकता है, इसलिए दोनों में कम से कम एक घंटे का अंतर रखें.
- ठंडे मौसम में सावधानी: ठंड के मौसम में शरीफ़ा अधिक खाने से सर्दी या खांसी हो सकती है, इसलिए सीमित मात्रा में खाएं.
- एलर्जी की जांच करें: कुछ लोगों को शरीफ़ा से एलर्जी हो सकती है, इसलिए पहली बार खाने पर थोड़ा सावधानी से खाएं और शरीर की प्रतिक्रिया देखें.
5. शरीफ़ा ठंडा होता है या गरम, शरीफ़ा की तासीर कैसी होती है? | Sharifa ki taseer kaise hoti hai, sharifa thanda hota hai ya garm | Sharifa Thanda Hota Hai Ki Garam
शरीफ़ा ठंडे स्वभाव का फल है. इसे खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और गर्मी से राहत मिलती है. गर्मियों या बदलते मौसम में यह शरीर को शांत रखता है, लेकिन सर्दियों में ज्यादा मात्रा में खाने से खांसी या सर्दी हो सकती है. इसलिए ठंड में इसे सीमित मात्रा में खाना चाहिए.
6. क्या गर्भवती महिलाएं शरीफ़ा खा सकती हैं? | Kya Pregnant Mahila Sharifa Kha Sakte hain
गर्भवती महिलाओं के लिए शरीफ़ा फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसमें फोलेट, विटामिन बी6, आयरन और मैग्नीशियम होते हैं. ये तत्व बच्चे के मस्तिष्क और शरीर के विकास में मदद करते हैं. शरीफ़ा से थकान और उल्टी जैसी परेशानी भी कम होती है. लेकिन इसे सीमित मात्रा में खाना चाहिए ताकि पाचन ठीक रहे.
7. क्या शुगर वाले लोग शरीफ़ा खा सकते हैं? | Kya Diabetes ke Marij Sharifa Kha Sakte hain?
डायबिटीज वाले लोगों को शरीफ़ा बहुत कम मात्रा में ही खाना चाहिए क्योंकि इसमें प्राकृतिक मिठास यानी फ्रक्टोज़ अधिक होता है. ज़्यादा खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है. अगर डॉक्टर अनुमति दें तो आधा फल कभी-कभी खाया जा सकता है. ध्यान रखें कि शरीफ़ा मीठा फल है, इसलिए संयम ज़रूरी है.
8. शरीफ़ा खाने का सही समय क्या है, शरीफा फल कब खाना चाहिए? | Sharifa Khane ka Sahi Samay Kya hai? | Sharifa Kab Khana Chahiye
शरीफ़ा खाने का सबसे अच्छा समय सुबह का या दोपहर के भोजन के बाद का होता है. इस समय शरीर की पाचन क्रिया सबसे बेहतर रहती है. रात में शरीफ़ा खाने से पाचन धीमा हो सकता है और गैस या भारीपन महसूस हो सकता है. हमेशा ताज़ा और पका हुआ शरीफ़ा ही खाना चाहिए.

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9. क्या शरीफ़ा खाने से वजन बढ़ता है? | Kya Sharifa Khane Se Weight Gain Hota hai
हाँ, शरीफ़ा में कैलोरी और नेचुरल शुगर की मात्रा ज़्यादा होती है, जिससे वजन बढ़ सकता है. जो लोग दुबले हैं, उनके लिए यह फल वजन बढ़ाने में मददगार है. लेकिन जो वजन घटाना चाहते हैं, उन्हें इसे बहुत सीमित मात्रा में खाना चाहिए ताकि कैलोरी की मात्रा ज्यादा न बढ़े.
10. क्या शरीफ़ा वजन घटाने में मदद करता है? | Kya Sharifa Khane se Weight Loss Hota hai?
शरीफ़ा सीधे तौर पर वजन घटाने में मदद नहीं करता क्योंकि यह मीठा और कैलोरी युक्त फल है. लेकिन इसमें मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा रखता है जिससे ज़रूरत से ज़्यादा खाने की इच्छा कम होती है. इसलिए अगर कम मात्रा में खाया जाए तो यह डाइट में शामिल किया जा सकता है.
11. क्या शरीफ़ा से कब्ज़ होती है? | Kya Sharifa Khane Se Kabj Hoti Hai?
शरीफ़ा में फाइबर की मात्रा अच्छी होती है जो पाचन को सुधारती है और कब्ज़ की समस्या को कम करती है. यह पेट को साफ रखता है और खाने को जल्दी हज़म करने में मदद करता है. लेकिन अगर अधपका शरीफ़ा खाया जाए या बहुत ज़्यादा मात्रा में खाया जाए तो उल्टा असर हो सकता है.

12. क्या शरीफ़ा से एलर्जी हो सकती है? | Kya Sharifa se Allergy hoti hai?
बहुत कम लोगों को शरीफ़ा से एलर्जी होती है. अगर खाने के बाद खुजली, त्वचा पर दाने या सूजन जैसी समस्या दिखे तो तुरंत इसका सेवन बंद कर देना चाहिए. आमतौर पर शरीफ़ा सुरक्षित और फायदेमंद फल है, लेकिन पहली बार खाने पर थोड़ा ध्यान देना अच्छा रहता है.
13. क्या शरीफ़ा और दूध साथ ले सकते हैं? | Kya Sharifa Ko Doodh ke saath Kha Sakte hain?
शरीफ़ा और दूध दोनों पौष्टिक हैं, लेकिन इन्हें साथ नहीं लेना चाहिए. यह पेट में भारीपन और गैस की समस्या पैदा कर सकता है. शरीफ़ा खाने के बाद दूध पीना हो तो कम से कम एक घंटे का अंतर रखें. ऐसा करने से पाचन ठीक रहेगा और कोई असहजता नहीं होगी.
14. क्या शरीफ़ा से सर्दी होती है? | Kya Sharifa Khane se Sardi hoti hai?
शरीफ़ा का स्वभाव ठंडा होता है, इसलिए ठंडे मौसम में इसे ज़्यादा खाने से सर्दी या गले में खराश हो सकती है. गर्म शरीर वाले लोग इसे आराम से खा सकते हैं, लेकिन कमजोर या ठंडी प्रकृति वाले लोगों को कम खाना चाहिए. सीमित मात्रा में खाने से कोई नुकसान नहीं होता.
15. क्या बच्चे शरीफ़ा खा सकते हैं? | Kya Bacche Sharifa Kha Sakte hain
हाँ, एक साल से बड़े बच्चे शरीफ़ा खा सकते हैं. इसमें विटामिन, कैल्शियम और ऊर्जा होती है जो बच्चों के विकास के लिए ज़रूरी है. बीज निकालकर केवल गूदा दें ताकि बच्चा गलती से बीज न निगल ले. इसे कम मात्रा में दें ताकि बच्चे का पाचन सही रहे और पेट न भरे.

16. क्या शरीफ़ा के बीज खाए जा सकते हैं? | Kya Sharifa ke Beej Khaye Ja sakte hain?
नहीं, शरीफ़ा के बीज कभी नहीं खाने चाहिए क्योंकि ये ज़हरीले होते हैं. बीज गलती से निगलने पर उल्टी, पेट दर्द या एलर्जी हो सकती है. हमेशा बीज निकालकर केवल गूदा ही खाएं. शरीफ़ा के बीजों को आंख या त्वचा के पास लाने से भी बचना चाहिए.
17. क्या शरीफ़ा का जूस बनाया जा सकता है? | Kya sharifa ka juice banaya ja sakta hai?
हाँ, शरीफ़ा का गूदा निकालकर स्वादिष्ट जूस या स्मूदी बनाई जा सकती है. इसमें दूध या दही मिलाकर इसका स्वाद और पोषण बढ़ाया जा सकता है. यह शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है और थकान दूर करता है. इसे फ्रिज में ज़्यादा देर न रखें, ताज़ा पीना बेहतर होता है.
18. क्या शरीफ़ा बालों के लिए फायदेमंद है? | Kya Sharifa Balon ka Jhadna Rok deta hai?
शरीफ़ा में विटामिन सी और आयरन होते हैं जो बालों को मजबूत बनाते हैं. इससे बालों की जड़ें स्वस्थ रहती हैं और बाल झड़ना कम होता है. इसके अलावा शरीफ़ा के पत्तों का रस सिर की त्वचा पर लगाने से रूसी और खुजली की समस्या में भी आराम मिलता है.
19. क्या शरीफ़ा त्वचा के लिए अच्छा है? | Kya Sharifa Skin Ke liye Achha hai?
शरीफ़ा में एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन सी होते हैं जो त्वचा को ग्लोइंग और स्वस्थ बनाते हैं. यह त्वचा की कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है और झुर्रियों को कम करता है. नियमित रूप से शरीफ़ा खाने से चेहरा निखरता है और त्वचा मुलायम बनी रहती है.
20. क्या शरीफ़ा ब्लड प्रेशर नियंत्रित करता है? | Kya Sharifa khane se Blood Pressure Control hota hai?
शरीफ़ा में पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं जो रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं. ये तत्व रक्त वाहिकाओं को रिलैक्स करते हैं जिससे हाई बीपी का खतरा घटता है. अगर इसे संतुलित मात्रा में खाया जाए तो हृदय की सेहत पर अच्छा असर पड़ता है.
21. क्या शरीफ़ा दिल के लिए फायदेमंद है? | Kya Sharifa Dil ki Sehat ke liye achcha hai?
हाँ, शरीफ़ा हृदय के लिए अच्छा होता है क्योंकि इसमें फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाते हैं. यह ब्लड सर्कुलेशन को ठीक रखता है और दिल पर अतिरिक्त दबाव नहीं डालता. नियमित रूप से थोड़ा शरीफ़ा खाने से हृदय रोगों का खतरा कम होता है.

22. क्या शरीफ़ा खाने से नींद अच्छी आती है? | Kya Sharifa Khane se Achi Nind Aati hai?
शरीफ़ा में मैग्नीशियम होता है जो शरीर को आराम देता है और तनाव को कम करता है. इसे खाने से दिमाग शांत होता है और नींद जल्दी आती है. अगर कोई व्यक्ति अनिद्रा या बेचैनी से परेशान है तो शाम को थोड़ा शरीफ़ा खाने से राहत मिल सकती है.
23. क्या शरीफ़ा खून बढ़ाता है? | Kya Sharifa Khane se Khoon Badhta hai
शरीफ़ा में आयरन और विटामिन सी होते हैं जो खून की कमी पूरी करने में मदद करते हैं. यह शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाता है और एनीमिया जैसी बीमारियों से बचाता है. नियमित रूप से इसका सेवन करने से चेहरा चमकदार रहता है और शरीर में कमजोरी नहीं होती.
24. क्या शरीफ़ा खाने से दाने निकलते हैं? | Kya Sharifa Khane se Dane Nikalte hain
कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है, इसलिए शरीफ़ा ज़्यादा खाने से शरीर में ठंडक बढ़ जाती है जिससे छोटे दाने या एलर्जी हो सकती है. यह हर किसी में नहीं होता. अगर ऐसा हो तो कुछ दिन शरीफ़ा न खाएं और फिर धीरे-धीरे कम मात्रा में शुरू करें.
25. क्या शरीफ़ा पेट दर्द करता है? | Kya Sharifa Khane se Pet Dard Karta hai?
अगर शरीफ़ा कच्चा, अधपका या खराब हो तो पेट दर्द, गैस या उल्टी हो सकती है. इसके बीज गलती से निगलने पर भी परेशानी होती है. हमेशा पका, मीठा और ताज़ा शरीफ़ा ही खाएं. सही मात्रा में खाने पर यह पाचन सुधारता है और पेट को साफ रखता है.
26. क्या शरीफ़ा से तुरंत ताकत मिलती है? | Sharifa Se takat Milti hai
हाँ, शरीफ़ा में प्राकृतिक शुगर होती है जो शरीर को तुरंत ऊर्जा देती है. इसे खाने से थकान मिटती है और दिमाग सक्रिय रहता है. मेहनत या खेल-कूद करने वालों के लिए यह बहुत अच्छा फल है. शरीफ़ा शरीर में स्फूर्ति और जोश बढ़ाने का काम करता है.

27. क्या शरीफ़ा में प्रोटीन होता है? | Kya Sharifa me Protien Hota Hai?
शरीफ़ा में थोड़ी मात्रा में प्रोटीन होता है, लेकिन यह मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट और फाइबर का स्रोत है. यह शरीर को ऊर्जा देता है और पाचन सुधारता है. पूरी प्रोटीन के लिए दाल, दूध, और अंडे जैसे खाद्य पदार्थ ज़रूरी हैं. शरीफ़ा शरीर के पोषण को संतुलित रखता है.
28. क्या शरीफ़ा कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है, क्या सीताफल कोलेस्ट्रॉल के लिए अच्छा है? | Kya Sharifa Cholesterol Badhta hai
शरीफ़ा में फैट बहुत कम होता है, इसलिए यह कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ाता. बल्कि इसमें फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद करते हैं. इसका सीमित सेवन दिल और ब्लड सर्कुलेशन दोनों के लिए फायदेमंद होता है. यह शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है.
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29. क्या शरीफ़ा को फ्रिज में रख सकते हैं? | Kya Shrifa ko Fridge me Rakh Sakte hain
हाँ, पका हुआ शरीफ़ा फ्रिज में दो से तीन दिन तक रखा जा सकता है. इसे प्लास्टिक या ढक्कन वाले डिब्बे में रखें ताकि स्वाद बना रहे. कच्चे शरीफ़ा को फ्रिज में न रखें क्योंकि वह सख्त रह जाएगा और नहीं पकेगा. ठंडा शरीफ़ा खाने से सर्दी भी हो सकती है.
30. एक दिन में कितना शरीफ़ा खाना चाहिए? | 1 दिन में कितने शरीफ़ा फल खाने चाहिए? | Ek Din me Kitne Sharifa Kha Sakte hain?
एक दिन में एक मध्यम आकार का शरीफ़ा यानी लगभग 150 से 200 ग्राम फल पर्याप्त है. इससे ज़्यादा खाने से पेट भारी लग सकता है या सर्दी हो सकती है. संतुलित मात्रा में खाने पर शरीफ़ा शरीर को पोषण, ऊर्जा और ताकत देता है और पाचन को भी बेहतर बनाता है.

31. शरीफ़ा खाने से कौन-सी बीमारी ठीक होती है? | Sharifa Khanes se Kaun Si Bomari Theek hoti hai
शरीफ़ा में विटामिन सी, आयरन, मैग्नीशियम और फाइबर भरपूर होते हैं जो एनीमिया, कमजोरी, कब्ज़, और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं में राहत देते हैं. यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, जिससे बार-बार सर्दी-जुकाम नहीं होता. इसके अलावा यह हृदय को स्वस्थ रखता है और त्वचा व बालों के लिए भी लाभदायक है.
32. शरीफ़ा गर्म होता है या ठंडा? | Sharifa ki taseer kya hoti hai
शरीफ़ा ठंडे स्वभाव वाला फल है. इसे खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और गर्मी में राहत मिलती है. यह शरीर की गर्मी को कम करता है, लेकिन ठंड के मौसम में ज़्यादा खाने से खांसी या सर्दी हो सकती है. इसलिए ठंड के दिनों में इसे सीमित मात्रा में खाना चाहिए.
33. शरीफ़ा फल कब खाना चाहिए? | sharifa Kab Nahi khana Chahiye
शरीफ़ा सुबह या दोपहर के समय खाना सबसे अच्छा रहता है क्योंकि इस समय पाचन तंत्र सबसे सक्रिय होता है. रात में शरीफ़ा खाने से पेट भारी लग सकता है या गैस हो सकती है. इसे हमेशा पका और ताज़ा खाने की कोशिश करें ताकि पोषण और स्वाद दोनों बरकरार रहें.
34. शरीफ़ा और सीताफल में क्या अंतर है? | Sitafal aur Sharifa mein kya antar hai
असल में शरीफ़ा और सीताफल दोनों एक ही फल हैं, बस नाम अलग-अलग जगहों पर बदल जाता है. कहीं इसे शरीफ़ा कहते हैं तो कहीं सीताफल. दोनों का स्वाद, रंग, आकार और गूदा बिल्कुल एक जैसा होता है — मीठा, सफेद और मलाईदार. इनका वैज्ञानिक नाम अन्नोना स्क्वामोसा है.

35. शरीफ़ा खाने के क्या नुकसान हैं? | Sharifa khane ke nuksan kya hai
शरीफ़ा से ज़्यादा मात्रा में खाने पर सर्दी, खांसी, गैस या पेट भारी होने की समस्या हो सकती है. इसमें शुगर ज़्यादा होती है, इसलिए डायबिटीज़ वाले लोगों को इसे बहुत कम खाना चाहिए. इसके बीज ज़हरीले होते हैं, इसलिए इन्हें गलती से भी नहीं खाना चाहिए.
36. क्या सर्दी में सीताफल खा सकते हैं? | Kya Sardi me Sitaphal Kha Sakte hain?
सर्दी के मौसम में सीताफल खाया जा सकता है, लेकिन बहुत ज़्यादा नहीं. क्योंकि यह ठंडा फल है, ज़्यादा खाने पर खांसी या गले में खराश हो सकती है. अगर शरीर की प्रकृति गर्म है तो थोड़ी मात्रा में खा सकते हैं. बच्चों और बुज़ुर्गों को कम देना चाहिए.
37. शरीफ़ा खाने का सही तरीका क्या है? | Sharifa Kaise Khate Hain
शरीफ़ा खाने से पहले उसे अच्छी तरह धो लें और पका हुआ फल चुनें. बीच से काटकर चम्मच से इसका सफेद गूदा निकालें और बीज अलग करें. गूदा सीधे खा सकते हैं या दूध में मिलाकर स्मूदी बना सकते हैं. कच्चा शरीफ़ा न खाएं, क्योंकि वह पचने में भारी होता है.
38. शरीफ़ा की पत्ती खाने के क्या फायदे हैं? | Shareefa Ki Patti Khane ke Kya Fayde Hain
शरीफ़ा की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं. यह शुगर लेवल नियंत्रित करती हैं, इंफेक्शन से बचाती हैं और पाचन को बेहतर बनाती हैं. इसकी पत्तियों का काढ़ा पीने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है. कुछ लोग बालों और त्वचा की देखभाल में भी इसका उपयोग करते हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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