
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के कप्तान रजत पाटीदार ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि वह साल 2022 में फ्रेंचाइजी द्वारा अनदेखी किए जाने से बहुत दुखी और नाराज थे क्योंकि उन्हें टीम में लिए जान का आश्वासन दिया गया था. हालांकि, फ्रेंचाइजी ने बाद में चोटिल खिलाड़ी की जगह लिया जरूर लेकिन पाटीदार को यह अभी भी बहुत सालता है. पाटीदार ने यह भी स्वीकार किया कि इस साल सीजन शुरू होने से पहले विराट द्वारा उन्हें कप्तानी हस्तानांतरित किए जाने ने उन्होंने खासा दबाव महसूस किया, लेकिन पूर्व कप्तान के सहयोग ने उन्हें शांत कर दिया. इस साल पाटीदार अभी तक मिड्ल ऑर्डर में आरसीबी के प्रमुख बल्लेबाज रहे हैं. उन्होंने अभी तक 11 मैचों में 239 रन बनाए हैं.
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पाटीदार ने आरसीबी पोडकास्ट में बातचीत में कहा, 'साल 2022 नीलामी से पहले मुझे मैसेज आया था कि आपको तैयार रहना चाहिए. हम आपको लेंगे. ऐसे में मुझ थोड़ी उम्मीद थी कि मुझे फिर से आरसीबी के लिए खेलने का मौका मिलेगा. लेकिन मेगा नीलामी में मुझे नहीं लिया गया. निश्चित रूप से मैं थोड़ा उदास था'
हालांकि, मध्य प्रदेश के रणजी ट्रॉफी कप्तान पाटीदार को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ा था क्योंकि टीम का एक खिलाड़ी चोटिल हो गया था. हालांकि, उस समय पाटीदार बेंगलुरु खेमे में लौटने के लिए ज्यादा उत्सुक हीं थी. वजह यह थी कि वह जानते थे कि उन्हें खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिलेंगे.'
आरसीबी कप्तान ने कहा, 'मैंने चयनित न होने के बाद इंदौर में अपने स्थानीय मैच खेलना शुरू कर दिया था. तब मुझे कॉल आई कि मुझे चोटिल लनविथ सिसोदिया की जगह चुना जा रहा है. ईमानदारी से कहूं, तो मैं बतौर स्थानापन्न जाना नहीं चाहता था क्योंकि मुझे पता था कि मौका नहीं मिलेगा. मैंने हमेशा ही यह महसूस किया है कि मैं डगआउट में नहीं बैठना चाहता.'
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