जारी World Cup 2023 में न्यूजीलैंड के खिलाफ (Ind vs Nz) वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede Stadium) में खेले गए सेमीफाइनल (1st Semifinal) मुकाबले में टॉस जीतने के बाद आसान पिच को दोनों हाथों से भुनाया. कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) भले ही अपनी आतिशी पारी को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर सके, लेकिन उन्होंने आउट होने से पहले पावर-प्ले (शुरुआती 10 ओवर) में उस काम को अंजाम दे दिया, जो मेगा मुकाबले में बड़ा अंतर पैदा कर सकता है. और रोहित का विकेट गिरने के बाद भी 15वें ओवर तक कुछ ऐसी ही स्थिति रही. जहां पावर-प्ले की समाप्ति के बाद भारत का स्कोर 1 विकेट पर 84 रन था, तो 15 ओवरों के बाद यह आंकड़ा 1 विकेट पर 118 रन हो गया. मतलब पावर-प्ले और 15वें ओवर तक भारतीय बल्लेबाजों ने करीब आठ रन प्रति ओवर की दर से रन बटोरे.
यह सबूत बहुत कुछ कहता है !
दरअसल विश्व कप में वानखेड़े में पहले बैटिंग करने वाली टीम का शुरुआती 15 ओवरों में औसत स्कोर 1 विकेट पर 52 रन का रहा है, तो वहीं तो बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीमों का वानखेड़े में स्कोर 4 विकेट पर 42 हो गया है. और यह बात सिर्फ औसत स्कोर की है. ऐसे में आप खुद सोचिए की पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम इंडिया ने इन शुरुआती 15 ओवरों में कितनी ज्यादा बढ़त न्यूजीलैंड के खिलाफ ले ली है.
बुमराह और शमी की मार..ओस का भी कमाल!
जारी विश्व कप में मानो दूसरी पारी में पावर-प्ले के औसत स्कोर को भी किनारे रख दें, तो इन ओवरों में बुमराह और शमी सामने वाली टीम पर कहर बनकर टूटे हैं. इस दौरान इन दोनों की सीम और स्विंग ने बल्लेबाजों को खासे दांत खट्टे किए हैं. वहीं, दूसरी पाली में पड़ने वाली ओस स्पिनरों को मदद कर रही है. सनी गावस्कर ने मैच के एक दिन पहले कहा कि ओस से स्पिनर की गेंद पिच पर टप्पा पड़ने के बाद तेजी से निकल रही है. कुल मिलाकर वानखेड़े के 15 ओवरों के औसत स्कोर रूपी सबूत और फिर बाद में बल्लेबाजी के हालात से साफ है कि भारत की बल्लेबाजी के शुरुआती 15 ओवर कहीं बड़ा अंतर न पैदा कर दें.
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