
India vs Australia 1st Semi Final: चैंपियंस ट्रॉफी में दुनिया भर के करोड़ों प्रशंसकों की नजरें अब मंगलवार को खेले जाने वाले भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले सेमीफाइनल (India vs Australia) मुकाबले पर जा टिकी हैं. एक बड़ा भारतीय वर्ग इस मुकाबले को "मिशन बदला" भी कहा रहा है. यह तो आप जानते ही हैं कि भारत में खेले गए साल 2023 विश्व कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को मात दी थी. और अब करोड़ों भारतीय फैंस चाहते हैं कि टीम इंडिया मंगलवार को कंगारुओं से उस हार का हिसाब चुकता कर दे. वैसे यह सही है कि भारत के स्पिनरों के शानदार प्रदर्शन ने मेगा मुकाबले से पहले ही शुरुआती फायदा टीम रोहित को दिला दिया है, लेकिन इसके अलावा कई और बड़े पहलू हैं, जो फाइनल में पहुंचने वाली टीम का भाग्य तय करेंगे. चलिए हम आपको ऐसी ही 5 बड़ी वजहों के बारे में बता देते हैं, जो यह तय करेंगी कि ऑस्ट्रेलिया और भारत में से कौन चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल (Champions Trophy Final) खेलेगा.
यह भी पढ़ें:
India vs Australia: अगर बारिश से धुला सेमीफाइनल मुकाबला, तो इस टीम को मिलेगा फाइनल का टिकट
1. रोहित शर्मा V/S नई गेंद
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा साल 2023 विश्व कप के बाद से वनडे में शुरुआती दस ओवरों में यानी पावर-प्ले में खासे निर्भीक रहे हैं. उनकी एप्रोच एकदम आक्रामक रही है. इस दौरान उनका 20 पारियों में स्ट्राइक-रेट 136.8 का रहा है, तो वहीं उन्होंने शुरुआती दस ओवरों में 37 छक्के भी जड़े हैं. इस बात ने भारत को अच्छी शुरुआत देने में खास तौर पर मुश्किल पिचों पर अहम रोल निभाया है. लेकिन यह भी कोई छिपी हुई बात नहीं है कि नई हिलती और स्विंग होती हुई गेंद भारतीय कप्तान के लिए समस्या रही है. यह वह एक एरिया है, जहां कंगारू भारतीय बैटिंग के दौरान शुरुआत में बढ़त बना सकते हैं. रोहित का फुटवर्क पहले की तुलना में धीमा हुआ है. इस साल छह में से पांच वनडे में वह पावर-प्ले में आउट हुए हैं. इनमें से तीन बार नई गेंद का शिकार हुए हैं. चैंपियंस ट्रॉफी में भी तीन मैचों में उनका स्कोर क्रमश: 41, 20, 15 का रहा है. इन बातों को देखते हुए रोहित और नई गेंद के बीच मुकाबला मैच का परिणाम तय करने में एक बड़ी भूमिका अदा करेगा.
2. ट्रेविस हेड V/S भारत
भारत के फाइनल में पहुंचते ही ट्रेविस हेड सोशल मीडिया पर ट्रेंड करना शुरू हो गए थे. बड़े मैचों में इस लेफ्टी ने भारत को खासा रुलाया है. फिर चाहे साल 2023 का विश्व कप हो या फिर 2023 टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल हो या फिर एडिलेड में पिंक-बॉल टेस्ट में बनाया गया शतक हो. टीम रोहित के खिलाफ खेलना ट्रेविस को खासा पसंद है. सभी फॉर्मेटों में खेले 11 मैच में हेड ने भारत के खिलाफ 68.20 के औसत के अलावा चार शतक भी बनाए हैं. ऐसे में भारतीय गेंदबाजों के लिए ट्रेविस हेड एक बड़ा चैलेंज होने जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर पहले से ही उन्हें लेकर जोर-शोर से चर्चा चल रही है. अगर भारतीय गेंदबाज उन्हें सस्ते में निपटा देते हैं, तो इसका टीम इंडिया को बहुत बड़ा फायदा मिलेगा.
3. एडम जंपा V/S विराट कोहली
लेग स्पिनरों ने विराट कोहली को नियमित रूप से परेशान किया है. मजबूत भारतीय बैटिंग लाइन में जंपा ने बड़ा वार किया है. साल 2020 में विराट का लेग स्पिनरों के खिलाफ औसत 72.60 का था, जो अब गिरकर 41.00 का रह गया है. इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई हालिया सीरीज में आदिल रशीद ने विराट को खासा परेशान किया. कोहली दो मैच खेले थे और दोनों में ही आदिल ने उन्हें आउट किया. कोहली ने रशीद की 14 गेंदों का सामना किया, लेकिन इसमें से उन्होंने 10 गेंद डॉट खेलीं. पाकिस्तान के खिलाफ भी अबरार अहमद के खिलाफ भी वह बैकफुट पर खेलते दिखाई पड़े. ऐसे में जंपा के रूप में कोहली को बड़ा चैलेंज मिलने जा रहा है. जंपा ने कोहली को वनडे में पांच बार आउट किया है. जब भी कोहली ने उनके खिलाफ तेज गति से रन बनाने की कोशिश की, जंपा ने उन्हें जाल में फंसा लिया. अब देखने की बात होगी कि दुबई की इस टक्कर में कौन किस पर भारी पड़ता है?
4. ऑस्ट्रेलिया दिग्गज V/S भारतीय स्पिनर
भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ चार स्पिनरों को XI में खिलाया, तो वरुण चक्रवर्ती ने तो कहर ही ढहा दिया. यह वह एरिया है, जिसमें भारत के पास मैदान में उतरने से पहले ही एडवांटेज है क्योंकि कंगारू टीम में चंपा को छोड़कर कोई दूसरा स्तरीय स्पिनर नहीं है. न्यूजीलैंड की टीम 11 से लेकर 40 ओवरों में 5 विकेट पर 105 रन ही बना सकी थी. इस दौरान उसका स्ट्राइक-रेट 62.64 का रहा. और यही वह फंदा है, जिसमें कंगारू दिग्गज भारत के जाल में फंस सकते हैं. साल 2023 विश्व कप के बाद 14 पारियों में सभी स्पिनरों के खिलाफ स्मिथ का औसत 40.71 का रहा है, तो स्ट्राइक-रेट 83.09 का रहा है. दूसरी तरफ लबुशेन का औसत सिर्फ 33 और स्ट्राइक-रेट 77.28 का रहा है. निश्चित तौर पर भारतीय बॉलिंग स्टॉफ ने इसे भुनाने की रणनीति बना ली होगी.
5. भारत V/S ऑस्ट्रेलिया डेथ ओवरों का प्रदर्शन
अगर ऑस्ट्रेलियाई मिड्ल ओवरों में पार पा जाते हैं, तो उन्हें भारत से मैच छीनने के लिए आखिरी दस ओवरों में कड़ा मुकाबला करना होगा. आंकड़े कहते हैं कि साल 2024 के बाद से डेथ ओवरों में ऑस्ट्रेलिया का स्ट्राइक-रेट 143.72 का रहा है. इस दौरान वनडे में यह किसी भी टीम के मुकाबले बेहतर है. इसमें जोश इंग्लिस ने अहम रोल निभाया है. साल 2024 के बाद से आखिरी दस ओवरों में इंग्लिस ने पांच छ्क्के जड़े हैं. मैक्सवेल (200.00) और कैरी (132.86) भी खासे बेहतर रहे हैं. इन तीनों ने मिलकर 10 छक्के जड़े हैं. अब कंगारू भारतीय स्पिनरों के खिलाप तीस गज के घेरे के बाद एक्स्ट्रा फील्डर और तुलनात्मक रूप से लंबी बाउंड्रियों से कैसे पार पाते हैं, यह पहलू भी खासा निर्णायक होने जा रहा है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं