
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज बीती बात हो चुकी है और टीम इंडिया अब वनडे की मानसिकता में है. लेकिन टेस्ट सीरीज के चर्चे अभी भी ऑस्ट्रेलिया में जोरों पर हैं. खासतौर पर मैन ऑफ द सीरीज साबित हुए सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले चेतेश्वर पुजारा के. वास्तव में इस बार पुजारा की चर्चा ऑस्ट्रेलिया मीडिया और पूर्व व वर्तमान क्रिकेटरों में विराट कोहली से भी ज्यादा रही. अब ऑस्ट्रेलिया टीम के कोच और महान पूर्व सलामी बल्लेबाज जस्टिन लैंगर ने चेतेश्वर पुजारा की जमकर सराहना की है.
Cheteshwar Pujara: can bat, can't dance?
— cricket.com.au (@cricketcomau) January 7, 2019
Celebrations have well and truly begun for Team India! #AUSvIND pic.twitter.com/XUWwWPSNun
इसमें किसी को कोई शक ही नहीं कि अगर भारत सीरीज 2-1 से अपनी झोली में डालने में कामयाब रहा, तो इसमें चेतेश्वर पुजारा के 3 शतक और 521 रन शामिल रहे. पुजारा सिर्फ पर्थ में ही शतक नहीं बना सके. और इसी टेस्ट में भारत को हार का सामना करना पड़ा. और इसके बाद तो मानो पुजारा कंगारू गेंदबाजों के सामने बड़ी दीवार बन गए. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज लगाता इस दीवार से टकराते रहे, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली.
Histrionic victory.. This year start with winning cup..
— @1993 (@selfcorruption) January 7, 2019
1st test - #cheteshwarpujara + #rahane..
2nd test - #ViratKohli + #shami..
3nd test - #cheteshwarpujara + #Bumrah..
4nd test - #cheteshwarpujara + #Rishabhpant + #kuldeepYadav.. pic.twitter.com/iQjEs845km
बहरहाल, भारत की जीत के बाद पहली बार लैंगर ने कहा कि मैं अपने करियर में इतना बेहतरीन बल्लेबाज नहीं देखा, जो गेंद को इतने नजदीकी से देखता है. मेजबान टीम के लिए पुजारा का कॉन्संट्रेशन (ध्यान) एक बड़ी चुनौती बना रहा. और हमारे बल्लेबाज और गेंदबाजों सभी को पुजारा की तरह लगातार बेहतर होना होगा. लैंगर ने कहा कि पुजारा के पांच सौ से ज्यादा रन बटोरने का सबसे बड़ा कारण उनका ध्यान रहा. इसी के कारण वह गेंद को इतनी नजदीकी से देख पाने में कामयाब रहते हैं. और फिर यही उनके रनों के ग्राफ को ऊपर लेकर जाता है. मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं कि ध्यान के मामले में पुजारा सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ से भी बेहतर हैं.
यह भी पढ़ें: सीओए अध्यक्ष विनोद राय ने की हार्दिक पंड्या व केएल राहुल के खिलाफ कड़ी सजा की सिफारिश, तो क्या..?
शुरू होने जा रही वनडे सीरीज से पहले लैंगर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया टीम को हार से उबरने में समय लगेगा क्योंकि हार के साथ-साथ खिलाड़ियों की ऊर्जा का भी बहुत क्षय हुआ. और उनके सामने चुनौती यह है कि वह उस भारतीय टीम से भिड़ने जा रहे हैं, जो टेस्ट की तरह वनडे फॉर्मेट में भी मेजबानों से बेहतर है. लेकिन लैंगर ने भारतीयों को वॉर्निंग देते हुए कहा कि साल 2004 में भारत को नागपुर में हराने के बाद वह मेरे करियर के सर्वश्रेष्ठ पल थे. मुझे लगता है कि विराट कोहली और उनके खिलाड़ी भी फिलहाल कुछ ऐसा महसूस कर रहे होंगे. ऐसे में विराट एंड कंपनी को आत्मसंतुष्टि से सतर्क रहना होगा. जब आप शीर्ष पर होते हैं, तो इसका शिकार हो जाते हैं..
VIDEO: ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली.
लैंगर ने कहा कि भारत से हार निराशजनक है, लेकिन हम बेहतर टीम से हारे हैं. और यह हमारे सामने टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेटों में खुद को बेहतर बनाने का मौका है. हमें इस पर ध्यान केंद्रित करना है. हमारे पास प्रतिभा है. बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने वनडे सीरीज की लिए मिशेल मॉर्श की जगह एश्टॉन टर्नर को जगह दी है. मॉर्श आंत में परेशानी के चलते पहले वनडे से बाहर हो गए हैं. और उनका आगे के मैचों में भी खेलना मुश्किल नजर आ रहा है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं