स्टार भारतीय गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह को लेकर ग्लेन मैक्ग्रा ने दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली: Glenn McGrath On Jasprit Bumrah:ग्लेन मैक्ग्रा अपनी पीढ़ी के महानतम तेज़ गेंदबाज़ों में से एक रहे हैं लेकिन जसप्रीत बुमराह और उनके गेंदबाज़ी स्टाइल में दिन-रात का अंतर है. दोनों के एक्शन बिल्कुल अलग हैं, बुमराह का बॉलिंग स्टाइल अनऑर्थोडॉक्स हैं वहीं मैक्ग्रा का एक्शन अब तक के सबसे शानदार एक्शन्स में से एक था. इसके अलावा, बुमराह के पास गति है जबकि मैक्ग्रा की सटीकता काबिल-ए-तारीफ़ है, मैक्ग्रा की गेंदबाज़ी की सटीकता का मुकाबला करना अभी बुमराह के लिए बाकी है. इसके बावजूद एक पहलू जो बुमराह और मैक्ग्रा को एक साथ बांधता है वो ये कि समय के साथ, दोनों अपने-अपने कप्तानों के पसंदीदा बन गए.
स्टीव वॉ और रिकी पोंटिंग के कप्तानी में, मैक्ग्रा ने कई ऊंचाइयों को छुआ, इतना कि दुनिया ने अभी तक उनके जैसा तेज़ गेंदबाज़ नहीं देखा है. इसी तरह, पहले एमएस धोनी और फिर विराट कोहली की कप्तानी में, बुमराह दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक बन गए, जिन्होंने लगातार अपनी अद्वितीय प्रतिभा से विरोधियों को चुनौती दी और उन्हें ध्वस्त कर दिया.
ऐसे में जब भी कोई पूर्व खिलाड़ी आधुनिक समय के खिलाड़ियों पर गौर करता है, तो ये हमेशा एक दिलचस्प विषय बन जाता है. इसी को देखते हुए मैक्ग्रा का बुमराह के बारे में बात करना कोई अलग बात नहीं है. मैक्ग्राथ ने स्टार भारतीय गेंदबाज़ की जमकर तारीफ़ की, लेकिन साथ ही, चेतावनी भरे कुछ शब्द भी कहे जो कि बुमराह के करियर को लंबा करने का दावा करते हैं. बुमराह का चोट से जूझना कोई नई बात नहीं है. वास्तव में, पिछले चार सालों में, उन्हें कई बार इंजरी का सामना करना पड़ा है. जिसमें 2018 में अंगूठे की चोट, 2019 में पीठ के निचले हिस्से में फ्रैक्चर, 2020-21 में पेट में खिंचाव और सबसे हालिया पीठ में दूसरा स्ट्रेस फ्रैक्चर, जिससे उन्हें लगभग एक साल के लिए खेल से दूर कर दिया.
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज का मानना है कि अगर बुमराह को लंबे समय तक भारत के लिए खेलना है, तो उन्हें अपने शरीर और वर्कलोड को सही तरीके से मैनेज करना होगा. ये तो साफ है कि भारत अब से हर मैच में बुमराह को मौका नहीं देगा - ख़ास तौर पर घर पर हो रहे मैचों में, जब तक कि करो या मरो की स्थिति न हो, और उन्हें ये भी देखना है कि हर साल क्रिकेट कैलेंडर कितना व्यस्त होता है, मुझे लगता है कि बुमराह को बीच-बीच में ब्रेक लेने के विकल्प पर विचार करना होगा.
उन्होंने आगे कहा कि "बुमराह भारत के लिए अविश्वसनीय रहे हैं. उनके गेंदबाज़ी आंकड़े, उन्होंने जो विकेट लिए हैं और जिस तरह से वे गेंदबाज़ी करते हैं, मैं उनका बहुत बड़ा फैन हूं लेकिन उनका गेंदबाज़ी एक्शन उनके शरीर पर बहुत दबाव डालता है. इसलिए उन्हें मजबूत और फिट बने रहने की ज़रूरत है. अगर वे ऐसा करते हैं तो वे कुछ और सालों तक खेल सकते हैं,'' मैक्ग्रा ने केरल में MRF पेस फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक तेज़ गेंदबाज़ी शिविर के मौके पर ये बातें कही.
"मौजूदा अंतरराष्ट्रीय सीरीज़ और IPL के साथ, एक तेज़ गेंदबाज़ के लिए अब कोई ऑफ़-सीज़न नहीं है, ख़ासकर जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज़ के लिए, जिसे अपनी ताकत वापस लाने के लिए ऑफ़-सीज़न की जरूरत है. इसलिए ये एक ऐसा निर्णय है जो उन्हें ख़ुद करना होगा. तीनों फॉर्मेट को खेलना कठिन होता जा रहा है. ये कुछ ऐसा है जिसके बारे में बुमराह को सोचना होगा क्योंकि वह जो करता है वह अद्वितीय है लेकिन उसके शरीर के लिए भी काफी कठिन है. मुझे लगता है कि उसके पास अपने शेष करियर को देने के लिए और भी बहुत कुछ बाकी है."