कुछ फैसले खुशी से लिए जाते हैं, तो कुछ मजबूरी से, लेकिन इसमें से कोई सा भी फैसला अगर मंजिल तक पहुंचा देता है, तो सारा अफसोस और दर्द खत्म हो जाता है.नागपुर टेस्ट के लिए तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के विकल्प व टीम इंडिया के नए सदस्य 27 साल के विजय शंकर पर यह बात अच्छी तरह से लागू होती है.भुवनेश्वर की जगह जब विजय शंकर के नाम का ऐलान हुआ, तो एक बार को क्रिकेटप्रेमी चौंक गए. विश्वास खुद विजय को भी अपने चयन पर नहीं हुआ, लेकिन पिछले कुछ सालों के प्रदर्शन पर नजर डाली जाए, तो कहा जा सकता है कि विजय का चयन टीम में बनता है.
ईडन के शतक से विराट कोहली कुछ यूं बन गए 'त्रिदेव'!Thank you everyone for your support & wishes Super excited to be a part of #TeamIndia @BCCI #DreamsDoComeTrue pic.twitter.com/GHHb95lGoi
— Vijay Shankar (@vijayshankar260) November 21, 2017
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इसके बावजूद उन्हें भरोसा नहीं था कि तेज गेंदबाजी भी उन्हें आगे बढ़ा पाने में मदद करेगी, लेकिन अपने पिता, छोटे भाई और कोच की मदद से उन्होंने खुद को पूरी तरह से तेज गेंदबाजी में रचा-बसा लिया. साल 2014-15 का घरेलू सीजन के जरिए विजय शंकर ने अपनी आवाज राष्ट्रीय चयनकर्ताओं तक पहुंचायी.
VIDEO : कोलकाता टेस्ट में जीत के मुख्य अंश
What an exciting end to the Kolkata Test. An entertaining 1st Test comes to an end with the match ending in a draw. Over to Nagpur next #INDvSL pic.twitter.com/5qVsSpSuBE
— BCCI (@BCCI) November 20, 2017
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