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This Article is From Jun 16, 2017

Champions Trophy Final : बुलंद हौसलों के साथ उतर रही पाकिस्‍तान टीम के ये खिलाड़ी बन सकते हैं टीम इंडिया के लिए खतरा...

चैंपियंस ट्रॉफी का समापन एक ऐसे महामुकाबले के साथ होने जा रहा है जिस पर एशिया ही नहीं, पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं.

Champions Trophy Final : बुलंद हौसलों के साथ उतर रही पाकिस्‍तान टीम के ये खिलाड़ी बन सकते हैं टीम इंडिया के लिए खतरा...
पाकिस्‍तान को अपने ओपनर फखर जमां और अजहर अली से काफी उम्‍मीदें होंगी (AFP फोटो)
चैंपियंस ट्रॉफी का समापन एक ऐसे महामुकाबले के साथ होने जा रहा है जिस पर एशिया ही नहीं, पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं. टूर्नामेंट के फाइनल में टीम इंडिया का सामना रविवार को ओवल में सरफराज अहमद की पाकिस्‍तानी टीम से होगा. दबाव और रोमांच से भरपूर इस मुकाबले में क्रिकेट प्रेमियों को बेहतरीन क्रिकेट की दावत मिलना लगभग तय है. हालांकि ग्रुप मैच में पाकिस्‍तान पर आसान जीत हासिल करके टीम इंडिया कुछ मनोवैज्ञानिक लाभ की स्थिति में है, लेकिन यह तय है कि इस हार का 'बदला' चुकाने में पाकिस्‍तानी टीम कोई कसर बाकी नहीं रखने वाली. इस फाइनल मुकाबले में जो भी टीम दबाव के क्षणों में अपना सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन देगी, चैंपियन बनने का गौरव उसे ही हासिल होगा. हसन टूर्नामेंट में सबसे ज्‍यादा 10 विकेट ले चुके हैं. उनका गेंदबाजी औसत (17.20 ) और इकोनॉमी रेट (4.52) भी अच्‍छा है. हसन का फाइनल में भारतीय बल्‍लेबाज किस तरह सामना करते हैं, यह देखने वाली बात होगी

पाकिस्‍तान टीम ने जब टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत की थी तो किसी को भी इसके फाइनल में पहुंचने की उम्‍मीद नहीं थी. लेकिन तमाम अनुमानों को झुठलाते हुए इस टीम ने हम मौके पर अपने प्रदर्शन के स्‍तर को शीर्ष पर पहुंचाया और दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और सेमीफाइनल में इंग्‍लैंड को हराते हुए फाइनल में जगह बना ली. स्‍वाभाविक है कि इस प्रदर्शन के बाद पाकिस्‍तान, भारतीय टीम के खिलाफ अपने प्रदर्शन को पीछे छोड़ चुका है. भारत के खिलाफ मिली हार की निराशा और हुई आलोचना से सरफराज की टीम उबर चुकी है. फाइनल में विराट ब्रिगेड का सामना विश्‍वास से भरी पाकिस्‍तान टीम से होगा. भारतीय टीम को फाइनल में पाकिस्‍तान के इन खिलाड़ि‍यों से सावधान रहना होगा.

गेंदबाजी में सनसनी बनकर उभरे हसन अली
टूर्नामेंट में हसन अली लगभग गुमनाम खिलाड़ी के रूप में उतरे थे लेकिन उन्‍हें अपने प्रदर्शन से हर किसी को चौंकाया है. मोहम्‍मद आमिर जैसे प्रतिभावान गेंदबाज की मौजूदगी के बावजूद यदि कोई खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से लोगों का ध्‍यान आकर्षित करे तो उसमें निश्चित ही कोई खास बात होगी. पूरे टूर्नामेंट में हसन अली ने जबर्दस्‍त प्रदर्शन किया. पाकिस्‍तानी टीम को जब भी विकेट की जरूरत पड़ी, हसन अली लगभग हर बार कप्‍तान सरफराज के भरोसे पर खरे उतरे.23 साल के इस सामान्‍य कद-काठी के खिलाड़ी ने अपनी गति और सटीकता से हर किसी को हैरान किया है.

बिना खौफ के स्‍वाभाविक खेल दिखाते हैं फखर
भारत के खिलाफ मैच में अजहर अली के साथ पाकिस्‍तानी पारी की शुरुआत अहमद शहजाद ने की थी, लेकिन शहजाद नहीं चले. पहले मैच में मिली हार के बाद पाकिस्‍तान टीम प्रबंधन ने शहजाद को बाहर रखकर युवा फखर जमां को आजमाने का जो जुआ खेला, वह कारगर रहा. बाएं हाथ के बल्‍लेबाज फखर जमां गेंदबाजों को हावी होने का मौका नहीं देते. 27 साल के इस बल्‍लेबाज ने टूर्नामेंट में अपने तीनों मैचों में अच्‍छी बैटिंग की है. इंग्‍लैंड के खिलाफ उन्‍होंने 57 रन और श्रीलंका के खिलाफ 50 रन बनाए थे. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी उन्‍होंने 31 रन की पारी खेली थी. फखर जमां प्रतियोगिता के तीन मैचों में 138 रन (स्‍ट्राइक रेट 117.94 ) बना चुके हैं. भारतीय गेंदबाजी का वे किस तरह सामना करते हैं, इस पर हर किसी की नजर होगी.

तकनीक के लिहाज से बेजोड़ अजहर अली
अजहर अली टीम के वरिष्‍ठ खिलाड़‍ियों में से हैं. वैसे उन्‍हें शॉर्टर फॉर्मेट का खिलाड़ी नहीं माना जाता, लेकिन एक छोर को सील कर वे सहयोगी बल्‍लेबाज को आक्रामक अंदाज में खेलने की आजादी देते हैं. चूंकि पाकिस्‍तान टीम में ज्‍यादातर बल्‍लेबाज आक्रामक अंदाज में खेलते हैं, ऐसे में अजहर अली की टीम में अपनी उपयोगिता है. चार मैचों में 169 रन बनाए हैं. पाकिस्‍तान की ओर से चैंपियंस ट्रॉफी में सर्वाधिक निजी स्‍कोर अजहर (76 विरुद्ध) ने ही बनाया है.

बल्‍लेबाजों के लिए मुश्किल बनते हैं जुनैद
बाएं हाथ के गेंदबाज जुनैद का करियर चोटों से प्रभावित रहा है, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी में वे अब तक 19 के आसपास के औसत से सात विकेट ले चुके हैं. ऐसे समय जब टीम के प्रमुख गेंदबाज मोहम्‍मद आमिर अपने फॉर्म और चोट से जूझ रहे हैं, जुनैद तेज गेंदबाजी में हसन अली के खास सहयोगी बनकर उबरे हैं. भारत में हुई वनडे सीरीज में जुनैद खान ने विराट कोहली को खासा परेशान किया था. भारत के खिलाफ ग्रुप मैच में तो उन्‍हें प्‍लेइंग इलेवनसे बाहर रखा गया था लेकिन फाइनल में उनका खेलना लगभग निश्चित है.

फाइनल में शोएब से 'चमकने' की उम्‍मीद
35 साल के शोएब मलिक टीम के अनुभवी खिलाड़ियों गिने जाते हैं. प्रतियोगिता में फीका प्रदर्शन करते हुए अब तक चार मैचों की तीन पारियों में एक बार नाबाद रहते हुए 42 रन ही बना पाए हैं लेकिन कभी भी बेहतरीन प्रदर्शन करके चौंका सकते हैं. मैदान के चारों ओर स्‍ट्रोक लगा सकते हैं. भारत की टेनिस स्‍टार सानिया मिर्जा के पति शोएब की खासियत यह है कि ये परिस्थिति के अनुसार रक्षात्‍मक और आक्रामक अंदाज में बल्‍लेबाजी कर सकते हैं. भारत के खिलाफ पिछले मैच में रवींद्र जडेजा के सटीक थ्रो के कारण शोएब रन आउट हो गए थे. शोएब की ही तरह 36 वर्ष के मोहम्‍मद हफीज और कप्‍तान सरफराज से भी टीम को फाइनल में अच्‍छे प्रदर्शन की उम्‍मीद होगी...

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