पांड्या ने खुलासा किया है की उनका बल्लेबाज़ी का क्रम अंतिम मौके पर बदला गया
पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को चैंपियंस ट्रॉफी मुकाबले में मिली शानदार जीत में लगभग सभी भारतीय खिलाड़ियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा. बल्लेबाज़ी में रोहित शर्मा, विराट कोहली, शिखर धवन और युवराज सिंह चमके तो वहीँ गेंदबाज़ी में उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार और रविंद्र जडेजा ने दमदार प्रदर्शन किया. लेकिन टीम इंडिया का एक खिलाड़ी ऐसा भी था जिसने गेंद और बल्ले दोनों से ही कमाल दिखाया. टीम इंडिया के आल-राउंडर हार्दिक पांड्या ने अंतिम ओवर में बैटिंग करते हुए लगातार 3 छक्के जड़ते हुए 6 गेंदों में ताबड़तोड़ 20 रन बनाये और फिर 2 महत्वपूर्ण विकेट्स झटके. हालांकि पांड्या जब बल्लेबाज़ी के लिए उतरे थे तो भारतीय फैंस की प्रतिक्रिया मिलीजुली थी. हैरानी हो भी क्यों ना, आखिर पांड्या माहिर फिनिशर महेंद्र सिंह धोनी से ऊपर जो बल्लेबाज़ी करने आये थे. पांड्या ने अपने बैटिंग प्रमोशन को लेकर खुलासा किया है की उनका बल्लेबाज़ी का क्रम अंतिम मौके पर बदला गया. कोच अनिल कुंबले की इस गुगली ने पांड्या को क्लीन बोल्ड कर दिया.
ICC से बात करते हुए पांड्या ने कहा "मुझे अपने बल्लेबाज़ी क्रम में बदलाव के बारे में 46vein ओवर में पता चला जब कोच कुंबले ने मुझे पैड पहनने को कहा. एक पल के लिए मैं अवाक हो गया लेकिन मैंने तुरंत पैड अप कर लिया. जैसे ही मैंने अपने ग्लव्स उठाये युवराज सिंह आउट हो गए और मुझे मैदान पर उतरना पड़ा". पांड्या ने ये भी बताया की बैटिंग के लिए उतरते वक़्त वो काफी दबाव में थे. "अगर में सच बोलूं तो मै काफी दबाव में था, लेकिन मैं ये भी सोच रहा था की ये एक आम मैच है और बेमतलब के दबाव से मेरी बल्लेबाज़ी कमज़ोर पड़ सकती है. दबाव में इंसान ऐसा क़दम उठा लेता है जो उसे नहीं उठाना चाहिए."
पांड्या के अनुसार वो क्रीज़ पर पहुंचते ही बिलकुल शांतचित्त हो गए और पूरी टीम की तरह इस हाई-वोल्टेज मैच को उन्होंने भी एक आम मैच की नज़र से देखा जिसके फलस्वरूप टीम इंडिया ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल करी. पाडण्या ने कुंबले के इस निर्णय को सही साबित किया और टीम इंडिया के लिए ये फेरबदल काफी फायदेमंद साबित हुआ. भारतीय टीम का अगला मुकाबला श्रीलंका के खिलाफ गुरूवार को लंदन के केनिंगटन ओवल में है जिसके बाद रविवार को 'मेन इन ब्लू' का सामना अंतिम लीग मैच में विश्व नंबर 1 टीम दक्षिण अफ्रीका से इसी मैदान में होगा.
ICC से बात करते हुए पांड्या ने कहा "मुझे अपने बल्लेबाज़ी क्रम में बदलाव के बारे में 46vein ओवर में पता चला जब कोच कुंबले ने मुझे पैड पहनने को कहा. एक पल के लिए मैं अवाक हो गया लेकिन मैंने तुरंत पैड अप कर लिया. जैसे ही मैंने अपने ग्लव्स उठाये युवराज सिंह आउट हो गए और मुझे मैदान पर उतरना पड़ा". पांड्या ने ये भी बताया की बैटिंग के लिए उतरते वक़्त वो काफी दबाव में थे. "अगर में सच बोलूं तो मै काफी दबाव में था, लेकिन मैं ये भी सोच रहा था की ये एक आम मैच है और बेमतलब के दबाव से मेरी बल्लेबाज़ी कमज़ोर पड़ सकती है. दबाव में इंसान ऐसा क़दम उठा लेता है जो उसे नहीं उठाना चाहिए."
पांड्या के अनुसार वो क्रीज़ पर पहुंचते ही बिलकुल शांतचित्त हो गए और पूरी टीम की तरह इस हाई-वोल्टेज मैच को उन्होंने भी एक आम मैच की नज़र से देखा जिसके फलस्वरूप टीम इंडिया ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल करी. पाडण्या ने कुंबले के इस निर्णय को सही साबित किया और टीम इंडिया के लिए ये फेरबदल काफी फायदेमंद साबित हुआ. भारतीय टीम का अगला मुकाबला श्रीलंका के खिलाफ गुरूवार को लंदन के केनिंगटन ओवल में है जिसके बाद रविवार को 'मेन इन ब्लू' का सामना अंतिम लीग मैच में विश्व नंबर 1 टीम दक्षिण अफ्रीका से इसी मैदान में होगा.
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