नोएडा:
सेना के एक रिटायर्ड कर्नल जिसने 1965 और 1971 की लड़ाई में अपनी वीरता दिखाई, उसे वीरता के लिए 18 मेडल मिले, उसे 76 साल की उम्र में पुलिस ने उन्हें एक एडीएम की पत्नी की शिकायत पर छेड़खानी के केस में हथकड़ी लगाकर जेल भिजवा दिया. लेकिन जब उनकी बेगुनाही के सबूत सौपें गए तो पुलिस ने अब एडीएम और उसकी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज लिया और वो दोनों फरार हैं. सेना से रिटायर्ड कर्नल 76 साल के बीएस चौहान ने 1965 और 1971 की लड़ाई में वीरता दिखाई, वीरता के लिए उन्हें 18 मेडल मिल चुके हैं. लेकिन इस उम्र में उन्हें मुंह छिपाना पड़ा. उन्हें दूसरे अपराधियों के साथ हथकड़ी लगाकर जेल भिजवा दिया गया.
लेकिन उनके पड़ोसी एसडीएम की पत्नी द्वारा चौहान के खिलाफ छेड़खानी और एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराया गया, सीसीटीवी फुटेज में वो आरोप सही नहीं पाए गए. दरसअल नोएडा के सेक्टर 29 में रिटायर्ड कर्नल बीएस चौहान रहते हैं और उनके ऊपर वाले फ्लोर पर मुज़फ्फरनगर के अपर जिलाधिकारी हरीश चंद्र का परिवार रहता है. हरीश चंद्र के मकान में अवैध निर्माण को लेकर दोनों के बीच झगड़ा था.
आरोप है कि 14 अगस्त को घर के सामने बने पार्क में चौहान और हरीश चंद्र की पत्नी के बीच विवाद हो गया, जिस पर हरीश चंद्र अपने गनर और कुछ और कर्मचारियों के साथ वहां पहुंच गए. सीसीटीवी में साफ दिख रहा है कि उस समय पार्क में कई लोग खड़े हैं. इसी बीच एडीएम ने रिटायर्ड कर्नल बीएस चौहान को मुक्का मारते हुए गिरा दिया. आरोप है कि बाद में अपने रसूख का इस्तेमाल कर एडीएम ने फर्ज़ी केस दर्ज करवा दिया.
पुलिस ने बिना जांच किये रिटार्यड कर्नल को अपराधियों के साथ हथकड़ी लगाकर जेल भिजवा दिया. लेकिन जब नोएडा में रिटायर्ड सेना के अधिकरियों ने इसे लेकर विरोध प्रदर्शन किया और एसएसपी और डीएम को सीसीटीवी फुटेज दिखाई. तब जाकर एडीएम, उसकी पत्नी और उसके कर्मचारियों खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज कर लिया गया और एडीएम के गनर राहुल और नौकर जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में कोर्ट ने भी फटकार लगाई है. वहीं मुख्य आरोपी एडीएम हरीश चंद्र और उसकी पत्नी फरार हो गए हैं. उनके घर में ताला पड़ा है. बीएस चौहान की ज़मानत अर्ज़ी पर सोमवार को कोर्ट में सुनवाई होगी.
लेकिन उनके पड़ोसी एसडीएम की पत्नी द्वारा चौहान के खिलाफ छेड़खानी और एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराया गया, सीसीटीवी फुटेज में वो आरोप सही नहीं पाए गए. दरसअल नोएडा के सेक्टर 29 में रिटायर्ड कर्नल बीएस चौहान रहते हैं और उनके ऊपर वाले फ्लोर पर मुज़फ्फरनगर के अपर जिलाधिकारी हरीश चंद्र का परिवार रहता है. हरीश चंद्र के मकान में अवैध निर्माण को लेकर दोनों के बीच झगड़ा था.
आरोप है कि 14 अगस्त को घर के सामने बने पार्क में चौहान और हरीश चंद्र की पत्नी के बीच विवाद हो गया, जिस पर हरीश चंद्र अपने गनर और कुछ और कर्मचारियों के साथ वहां पहुंच गए. सीसीटीवी में साफ दिख रहा है कि उस समय पार्क में कई लोग खड़े हैं. इसी बीच एडीएम ने रिटायर्ड कर्नल बीएस चौहान को मुक्का मारते हुए गिरा दिया. आरोप है कि बाद में अपने रसूख का इस्तेमाल कर एडीएम ने फर्ज़ी केस दर्ज करवा दिया.
पुलिस ने बिना जांच किये रिटार्यड कर्नल को अपराधियों के साथ हथकड़ी लगाकर जेल भिजवा दिया. लेकिन जब नोएडा में रिटायर्ड सेना के अधिकरियों ने इसे लेकर विरोध प्रदर्शन किया और एसएसपी और डीएम को सीसीटीवी फुटेज दिखाई. तब जाकर एडीएम, उसकी पत्नी और उसके कर्मचारियों खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज कर लिया गया और एडीएम के गनर राहुल और नौकर जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में कोर्ट ने भी फटकार लगाई है. वहीं मुख्य आरोपी एडीएम हरीश चंद्र और उसकी पत्नी फरार हो गए हैं. उनके घर में ताला पड़ा है. बीएस चौहान की ज़मानत अर्ज़ी पर सोमवार को कोर्ट में सुनवाई होगी.
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