
- भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के सख्त ट्रेड बयानों के कारण सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट दर्ज की गई.
- ट्रंप ने एक अगस्त से लागू होने वाले टैरिफ में कोई बदलाव न करने और BRICS देशों पर अतिरिक्त 10प्रतिशत टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है.
- कॉपर पर 50 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी के ऐलान से मेटल और माइनिंग सेक्टर की कंपनियों के शेयरों पर दबाव पड़ सकता है.
भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को जो हल्का उछाल देखा गया था, वो बुधवार को खुलते ही थम गया. 9 जुलाई को बाजार ने सुस्त शुरुआत की, सुबह 9:17 बजे बीएसई सेंसेक्स 146.87 अंक यानी 0.18% गिरकर 83,565.64 पर ट्रेड कर रहा था. वहीं, एनएसई निफ्टी 37.30 अंक यानी 0.15% की गिरावट के साथ 25,485.20 पर खुलकर कारोबार कर रहा था. वहीं, सुबह करीब 9:34 बजे सेंसेक्स 181.63 अंक यानी 0.22% की गिरावट के साथ 83,530.88 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि निफ्टी 44.25 अंक यानी 0.17% गिरकर 25,478.25 पर था.
हालांकि, बाजार में गिरावट के बावजूद अदाणी ग्रुप के लगभग सभी शेयर हरे निशान में खुले हैं.जिसमें सबसे ज्यादा तेजी अदाणी ग्रीन एनर्जी के शेयर में नजर आई. यह शेयर शुरुआती कारोबार में 1 प्रतिशत से अधिक चढ़ गया.
शेयर बाजार में गिरावट की वजह
बाजार में यह गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्रेड से जुड़े सख्त बयानों के बाद देखने को मिल रही है. ट्रंप ने यह साफ कर दिया है कि वह 1 अगस्त से लागू होने वाले टैरिफ (import duty) पर कोई बदलाव या समयसीमा नहीं बढ़ाएंगे. इसके अलावा उन्होंने BRICS देशों के साथ जुड़ने वाले देशों पर 10% एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने की भी चेतावनी दी है. BRICS अब 10 देशों का ग्रुप है जिसमें भारत, चीन, ब्राजील, रूस, साउथ अफ्रीका के अलावा इजिप्ट, ईथोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और यूएई शामिल हैं.
आज बैंकिंग सेक्टर में भी दबाव देखा गया, जहां निफ्टी बैंक इंडेक्स 196.25 अंक यानी 0.34% गिरकर 57,060.05 पर ट्रेड कर रहा था. हालांकि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में थोड़ी तेजी नजर आई. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 72 अंक यानी 0.12% बढ़कर 59,487.45 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 84.55 अंक यानी 0.45% की तेजी के साथ 18,979.75 पर ट्रेड कर रहा था.
मेटल स्टॉक्स पर दबाव
ट्रंप ने कॉपर (तांबा) पर 50% इंपोर्ट ड्यूटी लगाने का ऐलान भी किया है. इससे मेटल और माइनिंग से जुड़ी कंपनियों के शेयरों पर दबाव देखा जा रहा है. इसका असर भारतीय बाजार में भी दिख रहा है, क्योंकि कॉपर इंडस्ट्री से जुड़ी कंपनियां इस टैरिफ से सीधे प्रभावित होंगी.
टॉप गेनर्स और लूजर्स
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों की बात करें तो HCL टेक, इंफोसिस, टाटा स्टील, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एटरनल और ट्रेंट जैसे शेयरों में गिरावट देखी गई. वहीं, हिंदुस्तान यूनिलीवर, बजाज फाइनेंस, मारुति सुजुकी, एनटीपीसी और पावर ग्रिड के शेयर टॉप गेनर्स में शामिल रहे.
एशिया की मार्केट्स में भी मिला-जुला रुख
भारत ही नहीं, बल्कि एशिया की मार्केट्स में भी बुधवार को अनिश्चितता का माहौल दिखा. जापान का निक्केई 225 इंडेक्स हल्की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा था, जबकि हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 0.8% टूट गया. दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.3% बढ़ा, और चीन का शंघाई कंपोजिट और सिंगापुर का स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स 0.2% ऊपर रहे. इंडोनेशिया और ताइवान की मार्केट्स में भी हल्की तेजी थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 करीब 0.25% फिसल गया.
अमेरिका बाजार वॉल स्ट्रीट में भी गिरावट
मंगलवार रात अमेरिका के बाजार भी दबाव में रहे. S&P 500 में 0.07% की गिरावट हुई, डाओ जोंस 0.37% टूटा जबकि नैस्डैक 0.03% ऊपर बंद हुआ. निवेशक ट्रंप के बयान और आने वाले टैरिफ की अनिश्चितता को लेकर सतर्क दिखे.
बीते दिन भारतीय बाजार में भारी उतार-चढ़ाव
हालांकि मंगलवार को घरेलू बाजार में दिनभर उतार-चढ़ाव के बाद आखिरी घंटे में तेज खरीदारी देखने को मिली थी. इसकी वजह से सेंसेक्स 270 अंक यानी 0.32% बढ़कर 83,712.51 पर बंद हुआ था और निफ्टी 61.20 अंक यानी 0.24% चढ़कर 25,522.50 पर बंद हुआ.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं