-
ब्लॉग राइटर
-
रवीश रंजन : गोरक्षा जैसे मुद्दों पर बहस के बजाय देसी गाय की नस्ल सुधारने पर ध्यान देना होगा
लेखक का औसत दर्जे के किसान परिवार से ताल्लुक होने के कारण खेत, खलिहान और पशुओं से स्वाभाविक रिश्ता है। पिछले छह महीने से गोरक्षा और गोहत्या जैसी कई बहस और गाय पर हो रही राजनीति से अलग हमें लगा कि बदलते जमाने के हिसाब से गाय को देखने का नजरिया भी बदला जाए।