जल्दी ही दीपा का इम्तिहान इंचियन एशियाड में होगा, जहां दीपा खुद से बड़ी उम्मीदें लगा रही हैं। दीपा करमाकर कहती हैं, पूरे देश को मेरे मेडल से जितनी खुशी मिली, उतनी मुझे नहीं है। मेरे पांव में चोट लगी है, लेकिन इंचियन में मैं जान लगा दूंगी, ताकि मेरा पदक बेहतर एहसास दे सके।