विज्ञापन
  • img

    ...क्योंकि मैं एक वैकल्पिक मनुष्यता चाहता हूं

    बीते साल हिन्दी के सुख्यात कवि देवीप्रसाद मिश्र के साथ दिल्ली की एक सड़क पर दो लोगों ने मारपीट की - बस, इसलिए कि वह सड़क पर अभद्र ढंग से मूत्र विसर्जन करने से उन्हें मना कर रहे थे. आहत कवि ने पुलिस की मदद ली, हालांकि बाद में उन्हें लगा कि उनके साथ हुई हिंसा उस व्यापक हिंसा का हिस्सा है, जो लगातार हमारे बर्बर समय में स्वीकृत होती जा रही है. उन्होंने अदालत में केस वापस ले लिया, उन्हें माफ किया.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com