प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
शनिवार यानि 11 मार्च का दिन देश के लिए काफी अहम साबित होने वाला है. इस दिन पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की मतगणना होगी और चुनाव परिणाम आएंगे. यह परिणाम देश में भविष्य की राजनीति की दिशा तय करेंगे. इन राज्यों में मतदान संपन्न होने के बाद आए एक्जिट पोल मिले-जुले रुझान दिखा रहे हैं. यह सर्वेक्षण कितने सटीक हैं, इसका उत्तर भी कल आने वाले चुनाव परिणाम दे देंगे. उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनाव की मतगणना शनिवार को सुबह आठ बजे शुरू होगी. दोपहर तक चुनावी हार-जीत की तस्वीर साफ होने की उम्मीद है.
माना जाता है कि मतगणना शुरू होने के बाद सुबह 11 बजे तक रुझान मिलने शुरू हो जाएंगे. दोपहर 12 बजे तक चुनाव परिणामों की तस्वीर साफ हो सकती है. इसके साथ ही यह भी साफ होने लगेगा कि पांचों राज्यों में कौन-कौन से प्रमुख दल होंगे और सरकारों के गठन के लिए किस-किस तरह के समीकरण बन सकते हैं.
निर्वाचन आयोग के अनुसार मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी और देर शाम तक समाप्त हो जाएगी. वोटों की गिनती 157 केंद्रों पर होगी. पंजाब में 53, गोवा में 2, उत्तर प्रदेश में 75, उत्तराखंड में 15 और मणिपुर में 12 केंद्रों पर मतों की गिनती होोगी. चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार डाक मत-पत्रों की गिनती होने के आधे घंटे बाद ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू होगी.
मतगणना के दौरान ‘बैलट यूनिट’ को वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारियों और उम्मीदवारों के एजेंटों की मौजूदगी में चालू किया जाता है और प्रति मशीन परिणाम हासिल करने के लिए परिणाम कमांड दिया जाता है. जहां वोटिंग की पर्ची देने वाली ईवीएम इस्तेमाल की गई है, मतगणना एजेंट वोटिंग मशीन से जुड़े ड्रॉप बाक्स में पर्ची की गणना करने के लिए कह सकते हैं. हालांकि अंतिम निर्णय निर्वाचन अधिकारी का होता है. परिणाम घोषित होने के बाद विजेता उम्मीदवारों का नाम गजट में उल्लेखित होगा. गजट अधिसूचना ही पांचों राज्यों में अगली विधानसभा बनाने की प्रक्रिया शुरू करेगी.
मतगणना स्थलों पर व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं. सर्वाधिक मतगणना स्थल उत्तर प्रदेश में हैं. निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे 11 मार्च को मतगणना के दिन वज्रगृह से ईवीएम को मतगणना वाले कक्ष में ले जाए जाने की निगरानी के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध करें. आयोग ने अधिकारियों को इस बारे में पत्र भेजे हैं.
उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें, मणिपुर में 60, उत्तराखंड में 70, गोवा में 40 और पंजाब में 117 सीटें हैं. इन सीटों पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला शनिवार को होना है.
माना जाता है कि मतगणना शुरू होने के बाद सुबह 11 बजे तक रुझान मिलने शुरू हो जाएंगे. दोपहर 12 बजे तक चुनाव परिणामों की तस्वीर साफ हो सकती है. इसके साथ ही यह भी साफ होने लगेगा कि पांचों राज्यों में कौन-कौन से प्रमुख दल होंगे और सरकारों के गठन के लिए किस-किस तरह के समीकरण बन सकते हैं.
निर्वाचन आयोग के अनुसार मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी और देर शाम तक समाप्त हो जाएगी. वोटों की गिनती 157 केंद्रों पर होगी. पंजाब में 53, गोवा में 2, उत्तर प्रदेश में 75, उत्तराखंड में 15 और मणिपुर में 12 केंद्रों पर मतों की गिनती होोगी. चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार डाक मत-पत्रों की गिनती होने के आधे घंटे बाद ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू होगी.
मतगणना के दौरान ‘बैलट यूनिट’ को वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारियों और उम्मीदवारों के एजेंटों की मौजूदगी में चालू किया जाता है और प्रति मशीन परिणाम हासिल करने के लिए परिणाम कमांड दिया जाता है. जहां वोटिंग की पर्ची देने वाली ईवीएम इस्तेमाल की गई है, मतगणना एजेंट वोटिंग मशीन से जुड़े ड्रॉप बाक्स में पर्ची की गणना करने के लिए कह सकते हैं. हालांकि अंतिम निर्णय निर्वाचन अधिकारी का होता है. परिणाम घोषित होने के बाद विजेता उम्मीदवारों का नाम गजट में उल्लेखित होगा. गजट अधिसूचना ही पांचों राज्यों में अगली विधानसभा बनाने की प्रक्रिया शुरू करेगी.
मतगणना स्थलों पर व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं. सर्वाधिक मतगणना स्थल उत्तर प्रदेश में हैं. निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे 11 मार्च को मतगणना के दिन वज्रगृह से ईवीएम को मतगणना वाले कक्ष में ले जाए जाने की निगरानी के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध करें. आयोग ने अधिकारियों को इस बारे में पत्र भेजे हैं.
उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें, मणिपुर में 60, उत्तराखंड में 70, गोवा में 40 और पंजाब में 117 सीटें हैं. इन सीटों पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला शनिवार को होना है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं