प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी चुनाव प्रचार में एक दूसरे पर कटाक्ष करने का मौका नहीं गंवा रहे...
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                नई दिल्ली: 
                                        प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अपनी पार्टी के लिए चुनावी रैलियां कर रहे हैं. इस बार के चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी खुलकर निजी हमले कर रहे हैं. वहीं राहुल गांधी और अखिलेश यादव भी इस मामले में पीछे नहीं है और प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लिए हुए हैं. उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री मोदी के निशाने पर सबसे ज्यादा राहुल गांधी और अखिलेश यादव हैं तो उत्तराखंड में हरीश रावत पर लगातार हमले बोल रहे हैं. हाल फिलहाल संसद से लेकर चुनावी सभा तक प्रधानमंत्री पीएम मोदी के  'रेनकोट', 'जन्मपत्री' और 'गूगल' वाले बयान सबसे ज्यादा चर्चा में रहे. गौरतलब बात यह है कि आइए एक नजर दोनों पक्षों के बड़े बयानों पर डालते हैं...
1. 'गूगल' का जवाब 'गूगल' से
10 फरवरी को यूपी के बिजनौर में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था, 'अगर आप गूगल करेंगे तो इस कांग्रेस नेता से ज्यादा किसी भी और राजनेता पर चुटकुले नहीं बने होंगे.' इसके आगे पीएम ने कहा 'उनके बोलचाल का तरीका और वह ऐसी ऐसी हरकतें करते हैं कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी उनसे 10 फुट दूर रहना पसंद करते हैं.'
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान का जवाब 'गूगूल' का नाम लेकर ही किया. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने लखनऊ में साझा प्रेस वार्ता इसमें न्यूनतम साझा कार्यक्रम जारी करते सम्य पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, उन्हें (मोदी को) सिर्फ गूगल पर सर्च करना और दूसरों के बाथरूम में झांकना पसंद है."
2. मोदी जिस दिन खबर में नहीं रहते, ठीक से सो नहीं पाते: राहुल गांधी
उत्तराखंड में एक चुनावी रैली में राहुल गांधी ने कहा कि मोदी को सुर्खियों में रहने में रुचि है और वह संसद के बाहर और भीतर ‘हास्य नाटकों’ में जुटे रहते हैं. राहुल ने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री मोदी की कमजोरी सुर्खियों में बने रहने की है. जिस दिन वह खबर में नहीं रहते, ठीक से सो नहीं पाते. सुर्खियों में बने रहने के लिए संसद के अंदर या बाहर वह अपना हंसी का कार्यक्रम पेश करते रहते हैं.’
3. 'काम बोलता है' बनाम 'कारनामे बोल रहे हैं'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपा के 'काम बोलता है' के नारे को पंचर करने के लिए 'काम नहीं कारनामे बोल रहे हैं' का तीर चलाया तो जवाब में अखिलेश ने उनके 'मन की बात' कार्यक्रम की ओर इशारा करते हुए आज उनसे (मोदी) काम की बात करने को कहा.
अखिलेश ने बदायूं में रविवार को एक चुनावी सभा में कहा, "वह (मोदी)कहते हैं कि सपा ने तमाम कारनामे किए. वह टीवी और रेडियो पर मन की बात करते हैं. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वे काम की बात कब करेंगे." प्रधानमंत्री ने कल अखिलेश पर यह कहते हुए प्रहार किया था. प्रधानमंत्री मोदी ने तंज कसते हुए कहा था, "अखिलेश जी कहते है कि काम बोलता है जबकि जबकि बच्चा बच्चा जानता है कि आपके कारनामे बोल रहे हैं."
                                                                        
                                    
                                1. 'गूगल' का जवाब 'गूगल' से
10 फरवरी को यूपी के बिजनौर में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था, 'अगर आप गूगल करेंगे तो इस कांग्रेस नेता से ज्यादा किसी भी और राजनेता पर चुटकुले नहीं बने होंगे.' इसके आगे पीएम ने कहा 'उनके बोलचाल का तरीका और वह ऐसी ऐसी हरकतें करते हैं कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी उनसे 10 फुट दूर रहना पसंद करते हैं.'
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान का जवाब 'गूगूल' का नाम लेकर ही किया. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने लखनऊ में साझा प्रेस वार्ता इसमें न्यूनतम साझा कार्यक्रम जारी करते सम्य पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, उन्हें (मोदी को) सिर्फ गूगल पर सर्च करना और दूसरों के बाथरूम में झांकना पसंद है."
2. मोदी जिस दिन खबर में नहीं रहते, ठीक से सो नहीं पाते: राहुल गांधी
उत्तराखंड में एक चुनावी रैली में राहुल गांधी ने कहा कि मोदी को सुर्खियों में रहने में रुचि है और वह संसद के बाहर और भीतर ‘हास्य नाटकों’ में जुटे रहते हैं. राहुल ने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री मोदी की कमजोरी सुर्खियों में बने रहने की है. जिस दिन वह खबर में नहीं रहते, ठीक से सो नहीं पाते. सुर्खियों में बने रहने के लिए संसद के अंदर या बाहर वह अपना हंसी का कार्यक्रम पेश करते रहते हैं.’
3. 'काम बोलता है' बनाम 'कारनामे बोल रहे हैं'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपा के 'काम बोलता है' के नारे को पंचर करने के लिए 'काम नहीं कारनामे बोल रहे हैं' का तीर चलाया तो जवाब में अखिलेश ने उनके 'मन की बात' कार्यक्रम की ओर इशारा करते हुए आज उनसे (मोदी) काम की बात करने को कहा.
अखिलेश ने बदायूं में रविवार को एक चुनावी सभा में कहा, "वह (मोदी)कहते हैं कि सपा ने तमाम कारनामे किए. वह टीवी और रेडियो पर मन की बात करते हैं. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वे काम की बात कब करेंगे." प्रधानमंत्री ने कल अखिलेश पर यह कहते हुए प्रहार किया था. प्रधानमंत्री मोदी ने तंज कसते हुए कहा था, "अखिलेश जी कहते है कि काम बोलता है जबकि जबकि बच्चा बच्चा जानता है कि आपके कारनामे बोल रहे हैं."
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
                                        नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्टाइल, राहुल गांधी, अखिलेश यादव, यूपी विधानसभा चुनाव 2017, Rahul Gandhi, Akhilesh Yadav, UP Assembly Polls 2017, Narendra Modi, Khabar Assembly Polls 2017, PM Modi Speech Style