एनडीटीवी से बातचीत करतीं ममता बनर्जी...
नई दिल्ली:
पश्चिम बंगाल के विधानसभा नतीजों में जीत के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भावुक हो गईं। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा की राजनीति के गिरते स्तर पर शर्म आती है। राजनीति में एक लक्ष्मण रेखा होनी चाहिए। ममता दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ 27 तारीख को लेंगी।
एनडीटीवी से खास बातचीत में यह बोलीं ममता
ममता बनर्जी ने NDTV से कहा, 'मैं बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ इसलिए हूं, क्योंकि उसे 'फूट डालो और शासन करो' की नीति पसंद है। हमारी परंपरा है, सारे जहां से अच्छा...। कांग्रेस को अपनी जमीन इसलिए गंवानी पड़ी, क्योंकि उसने अपने दोस्तों को भुला दिया है।' राजनीति में दोस्तों से जुड़े सवाल पर ममता ने कहा, मेरे बहुत से दोस्त हैं.. चंद्रबाबू नायडू, अरविंद केजरीवाल, नीतीश कुमार और लालू। कृपया मुझ पर सोनिया गांधी के बारे में पूछकर दबाव न डालें।
मैं लालची नहीं हूं : ममता
2019 में पीएम पद की दावेदारी पर सवाल किए जाए जाने पर ममता बनर्जी ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि मैं लालची नहीं हूं। लोगों के साथ काम करना पसंद करती हूं।
लोगों को वोट करने से रोका गया
लोकतंत्र की इतनी बड़ी जीत के सबसे प्रमुख भागीदार बंगाल के लोगों का मैं शुक्रिया अदा करना चाहती हूं। इस चुनाव के दौरान कई तरह की बातें हुईं। हमारे खिलाफ झूठ बोला गया, लोगों को वोट करने से रोका गया, लेकिन उन्होंने घंटों लाइन में खड़े होकर हमें वोट दिया। मैं इतनी बड़ी जीत के अवसर पर जनता को धन्यवाद देना चाहती हूं, जो प्रजातंत्र के उत्सव में सबसे ज्यादा अहमियत रखती है।
लोगों की खुशी में मेरी खुशी
ममता ने कहा कि लोगों की खुशी में ही मेरी खुशी है। लोगों ने नकारात्मक प्रचार को नजरअंदाज करके हमें वोट दिया। 40 सालों में मैंने कई चुनाव देखे हैं। मैं चुनाव आयोग को धन्यवाद दोना चाहती हूं, लेकिन पुलिस ने कई बार सीमाएं पार कीं।
हमें कई बार आतंकित किया गया
हमें कई बार आतंकित किया गया और हमारे साथ दुर्व्यवहार किया गया। यहां तक कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र भबानीपुर में भी ऐसा हुआ।
मुझे व्यक्तिगत रूप से निशान बनाया गया
मुझे व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाया गया और बदनाम किया गया। मतदाताओं ने इसे नजरअंदाज कर दिया। मेरे कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। मेरे अकेले लड़कर उन्हें हराया है।
20 मई बदलाव का दिन है
हमारे लिए 20 मई 'बदलाव' का दिन है। यह वह दिन है, जब हमने पिछली बार शपथ ली थी। 20 से 30 मई तक हम सांस्कृतिक प्रोग्राम आयोजित करेंगे और लोगों को धन्यवाद देने के लिए अभियान चलाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अरुण जेटली ने हमें बधाई दी
शुक्रवार दोपहर 12.30 बजे हमारी मीटिंग होगी, इसके बाद हम राज्यपाल से मिलेंगे। अगले शुक्रवार को हम शपथ लेंगे और विधानसभा का सत्र बुलाने की कोशिश करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अरुण जेटली ने हमें बधाई दी है।
ममता की कही खास बातें-
एनडीटीवी से खास बातचीत में यह बोलीं ममता
ममता बनर्जी ने NDTV से कहा, 'मैं बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ इसलिए हूं, क्योंकि उसे 'फूट डालो और शासन करो' की नीति पसंद है। हमारी परंपरा है, सारे जहां से अच्छा...। कांग्रेस को अपनी जमीन इसलिए गंवानी पड़ी, क्योंकि उसने अपने दोस्तों को भुला दिया है।' राजनीति में दोस्तों से जुड़े सवाल पर ममता ने कहा, मेरे बहुत से दोस्त हैं.. चंद्रबाबू नायडू, अरविंद केजरीवाल, नीतीश कुमार और लालू। कृपया मुझ पर सोनिया गांधी के बारे में पूछकर दबाव न डालें।
मैं लालची नहीं हूं : ममता
2019 में पीएम पद की दावेदारी पर सवाल किए जाए जाने पर ममता बनर्जी ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि मैं लालची नहीं हूं। लोगों के साथ काम करना पसंद करती हूं।
लोगों को वोट करने से रोका गया
लोकतंत्र की इतनी बड़ी जीत के सबसे प्रमुख भागीदार बंगाल के लोगों का मैं शुक्रिया अदा करना चाहती हूं। इस चुनाव के दौरान कई तरह की बातें हुईं। हमारे खिलाफ झूठ बोला गया, लोगों को वोट करने से रोका गया, लेकिन उन्होंने घंटों लाइन में खड़े होकर हमें वोट दिया। मैं इतनी बड़ी जीत के अवसर पर जनता को धन्यवाद देना चाहती हूं, जो प्रजातंत्र के उत्सव में सबसे ज्यादा अहमियत रखती है।
लोगों की खुशी में मेरी खुशी
ममता ने कहा कि लोगों की खुशी में ही मेरी खुशी है। लोगों ने नकारात्मक प्रचार को नजरअंदाज करके हमें वोट दिया। 40 सालों में मैंने कई चुनाव देखे हैं। मैं चुनाव आयोग को धन्यवाद दोना चाहती हूं, लेकिन पुलिस ने कई बार सीमाएं पार कीं।
हमें कई बार आतंकित किया गया
हमें कई बार आतंकित किया गया और हमारे साथ दुर्व्यवहार किया गया। यहां तक कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र भबानीपुर में भी ऐसा हुआ।
मुझे व्यक्तिगत रूप से निशान बनाया गया
मुझे व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाया गया और बदनाम किया गया। मतदाताओं ने इसे नजरअंदाज कर दिया। मेरे कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। मेरे अकेले लड़कर उन्हें हराया है।
20 मई बदलाव का दिन है
हमारे लिए 20 मई 'बदलाव' का दिन है। यह वह दिन है, जब हमने पिछली बार शपथ ली थी। 20 से 30 मई तक हम सांस्कृतिक प्रोग्राम आयोजित करेंगे और लोगों को धन्यवाद देने के लिए अभियान चलाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अरुण जेटली ने हमें बधाई दी
शुक्रवार दोपहर 12.30 बजे हमारी मीटिंग होगी, इसके बाद हम राज्यपाल से मिलेंगे। अगले शुक्रवार को हम शपथ लेंगे और विधानसभा का सत्र बुलाने की कोशिश करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अरुण जेटली ने हमें बधाई दी है।
ममता की कही खास बातें-
- राजनीति के गिरते स्तर पर शर्म आती है।
- राजनीति में लक्ष्मण रेखा होनी चाहिए।
- हमें दिल्ली से डराने की कोशिश की गई
- मेरे चुनाव क्षेत्र में लोगों को डराया गया।
- अकेले लड़कर सबको हराया है।
- पिछले 5 सालों से विकास ही हमारा लक्ष्य रहा।
- ये बंगाल की जनता की जीत है।
- हमारे खिलाफ झूठ बोला गया
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं