
हारु उरारा (Haru Urara), एक जापानी घुड़दौड़ की घोड़ी (Japanese Racehorse) जो कभी कोई रेस में नहीं जीत पाई. लेकिन फिर भी बार-बार रेस में हिस्सा लिया और एक अनोखा रिकॉर्ड भी बनाया. द स्ट्रेट्स टाइम्स के अनुसार, जज्बे से भरी इस घोड़ी का 29 वर्ष की आयु में निधन हो गया. 9 सितंबर, 2025 को चिबा प्रान्त के मार्था फार्म में उनका निधन हो गया, जहां वह 2013 से रह रही थीं.
हारु उरारा 2000 के दशक की शुरुआत में लगातार 113 हार के अपने रिकॉर्ड के लिए एक राष्ट्रीय प्रतीक बन गईं. समाचार पोर्टल के अनुसार, उनके दृढ़ संकल्प और लचीलेपन ने कई लोगों के दिलों पर कब्ज़ा कर लिया और उन्हें जापान में दृढ़ता का प्रतीक बना दिया.
हाल के वर्षों में, हारु उरारा ने मोबाइल गेम "उमा मुसुमे: प्रिटी डर्बी" के माध्यम से लोकप्रियता हासिल की, जहां उसे एक कैरेक्टर के तौर पर दिखाया गया था. दुनिया भर के फैंस उसकी कहानी की ओर आकर्षित हुए, जिससे मार्था फार्म में आने वालों की संख्या में वृद्धि हुई और उनकी विरासत के लिए नए सिरे से सराहना हुई.
अचानक बिगड़ी तबीयत
उनकी देखभाल करने वाली, युको मियाहारा ने बताया कि हारु उरारा 7 सितंबर तक ठीक थी और फिर 8 सितंबर को अचानक ही उसकी तबीयत बिगड़ गई. पशु चिकित्सा देखभाल के बावजूद, उनकी हालत बिगड़ती गई और अगले दिन तड़के उनका निधन हो गया.
मियाहारा ने कहा, "हाल ही में, न केवल जापान से, बल्कि विदेशों से भी, अधिक से अधिक लोग हारु उरारा को देखने आ रहे थे. इसलिए यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है."
अपनी मृत्यु से पहले के वीकेंड तक वह लोगों से मिलती रही और कथित तौर पर अभी भी अच्छी सेहत में थीं. हारु उरारा की कहानी आज भी कई लोगों को प्रेरित करती है, वो हमें दृढ़ता से परिणाम की परवाह किए बिना, अपनी यात्रा को जारी रखने का संदेश देती है.
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