विज्ञापन
This Article is From Jul 12, 2017

यह है देश का सबसे वीवीआईपी पेड़, जिस पर खर्च होते हैं लाखों रुपये!

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और विदिशा के बीच सलामतपुर की पहाड़ी पर लगा है श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे द्वारा रोपा गया बोधि वृक्ष

यह है देश का सबसे वीवीआईपी पेड़, जिस पर खर्च होते हैं लाखों रुपये!
सलामतपुर में वीवीआईपी बोधि वृक्ष की सुरक्षा के लिए होमगार्ड के जवान हमेशा तैनात रहते हैं.
भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और विदिशा के बीच सलामतपुर की पहाड़ी पर लगा है देश का शायद सबसे पहला ऐसा वीवीआईपी पेड़ जिसकी 24 घंटे चार गार्ड निगरानी करते हैं. इसके लिए खास तौर पर पानी के टैंकर का इंतजाम है.
       
सौ एकड़ की पहाड़ी पर लोहे की लगभग 15 फीट ऊंची जाली के अंदर लहलहाता है यह वीवीआईपी बोधि वृक्ष. 24 घंटे इसकी सुरक्षा-देखभाल के लिए परमेश्वर तिवारी सहित चार होमगार्डों की तैनाती रहती है.
 
sanchi mp bodhi tree vvip tree

पेड़ की सुरक्षा में तैनात परमेश्वर तिवारी ने कहा ''सितंबर 2012 से मेरी तैनाती है, कभी यहां 4-5 गार्ड रहते हैं. बहुत सारे लोग पहले इसे देखने आते थे अब कुछ कम हुए हैं.'' सिंचाई के लिए यहां सांची नगरपालिका ने अलग से पानी के टैंकर का इंतजाम किया है. पेड़ को बीमारी से बचाने के लिए कृषि विभाग के अधिकारी हर हफ्ते दौरा करते हैं. यह सब होता है जिला कलेक्टर की निगरानी में.

इलाके के एसडीएम वरुण अवस्थी ने कहा सुरक्षा के लिए 1-4 गार्ड लगाए हैं. पानी की कमी न हो इसका ध्यान रखा जाता है. पूरी पहाड़ी को बौद्ध विश्वविद्यालय के लिए आवंटित किया गया है. पूरा क्षेत्र बौद्धिस्ट सर्किट के तौर पर विकसित किया जा रहा है.
 
sanchi mp bodhi tree vvip tree
    
21 सितंबर, 2012 को श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे ने बोधि वृक्ष को रोपा था. बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए इसका खास महत्व है. बौद्ध धर्मगुरू चंद्ररतन ने कहा तथागत बुद्ध ने बोधगया में इसी पेड़ के नीचे ज्ञान प्राप्त किया था. भारत से सम्राट अशोक इसी पेड़ की शाखा श्रीलंका ले गए थे. उसे अनुराधापुरम में लगाया था, उसी को सांची बौद्ध विश्वविद्यालय की जमीन पर लगाया गया.
 
sanchi mp bodhi tree vvip tree
      
इस पेड़ का एक पत्ता भी सूखे तो प्रशासन चौकन्ना हो जाता है. पेड़ तक पहुंचने के लिए भोपाल-विदिशा हाईवे से पहाड़ी तक पक्की सड़क भी बनाई गई है.

वीडियो


पेड़ के रखरखाव में हर साल लगभग 12-15 लाख रुपये खर्च होते हैं, उस राज्य में जहां थोड़े से कर्ज के लिए 51 किसान खुदकुशी कर चुके हैं. यह और बात है कि जिस विश्वविद्यालय के नाम पर बोधि वृक्ष को रोपा गया, पांच साल बाद उसकी बाउंड्री तक टूट गई है. यूनिवर्सिटी को लगभग 20 लाख का किराया देकर निजी भवन में चलाया जा रहा है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
खाट ऐसी कि एकसाथ आराम से बैठ सकते हैं 100 लोग, लंबाई-चौड़ाई देख रह जाएंगे दंग, बनाया अनोखा रिकॉर्ड
यह है देश का सबसे वीवीआईपी पेड़, जिस पर खर्च होते हैं लाखों रुपये!
एक पैर पर किया ऐसा जबरदस्त डांस कि देखने वाले रह गए दंग, चेहरे की मुस्कान देख हर कोई हुआ इंप्रेस
Next Article
एक पैर पर किया ऐसा जबरदस्त डांस कि देखने वाले रह गए दंग, चेहरे की मुस्कान देख हर कोई हुआ इंप्रेस
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com