मुंबई:
एक लिटर पेट्रोल में 300 किलोमीटर का सफर तय करने वाली कार 'जुगाड़' की वजह से मुंबई के सोमैया इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों को काफी नाम मिला था, लेकिन सफलता के नशे में चूर होकर बैठने के स्थान पर सिर्फ चार सेकंड में शून्य से 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार पकड़ लेने में सक्षम रेसिंग कार 'एरियन-2' बनाकर एक और कमाल कर दिखाया है।
इस रेसिंग कार के प्रदर्शन से इसे बनाने वाले भी हैरान हैं, जिन्होंने कॉलेज की वर्कशॉप में लम्बे समय तक लगातार मेहनत करके इंजन के अलावा कार के बाकी हिस्से - यानि स्टेयरिंग व्हील, पहिये, और कलपुर्ज़े - खुद ही बनाए हैं। 'एरियन-2' बनाने वालों की टीम के सदस्य और रेसिंग कार की 300 किलोमीटर की टेस्ट ड्राइव करके लौटे जुगल पोपट के मुताबिक, "इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसका इंजन मोटरसाइकिल से लिया गया है..."
उन्हीं के अन्य साथी सोहिल शाह का दावा है, "हमारी गाड़ी कई मायनों में असली स्पोर्ट्स कारों को टक्कर देती है... 'एरियन-2' दुनिया की प्रसिद्ध रेसिंग कार 'फेरारी' से कुछ ही कम होगी, लेकिन एक अन्य प्रसिद्ध कार कंपनी 'ऑडी' की कारों को रेस में हरा सकती है..."
अपनी परेशानियों का ज़िक्र करते हुए छात्रों ने बताया कि 'एरियन-2' की टेस्ट ड्राइव करने के लिए उन्हें इसकी रफ्तार से मेल खाता मैदान नहीं मिला, तो उन्हें बेस्ट बसों के डिपो में अभ्यास की अनुमति मांगनी पड़ी, जो सौभाग्यवश मिल गई। अब वहीं पर रेसिंग का अभ्यास किया जा रहा है, ताकि अगले माह जर्मनी में होने वाली अंतरराष्ट्रीय कार रेस में 'एरियन-2' भी हिस्सा ले सके।
उल्लेखनीय है कि सोमैया इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने ही सिर्फ दो माह पहले कुल 60 किलोग्राम वज़न वाली गाड़ी 'जुगाड़' का निर्माण किया था। अपने नाम को पूरी तरह सार्थक करने वाली 'जुगाड़' का इंजन घास काटने वाली मशीन से लिया गया था, और उस पर फाइबर ग्लास की बॉडी में तिपहिया साइकिल के पहिये जोड़कर बनाया गया था।
इस रेसिंग कार के प्रदर्शन से इसे बनाने वाले भी हैरान हैं, जिन्होंने कॉलेज की वर्कशॉप में लम्बे समय तक लगातार मेहनत करके इंजन के अलावा कार के बाकी हिस्से - यानि स्टेयरिंग व्हील, पहिये, और कलपुर्ज़े - खुद ही बनाए हैं। 'एरियन-2' बनाने वालों की टीम के सदस्य और रेसिंग कार की 300 किलोमीटर की टेस्ट ड्राइव करके लौटे जुगल पोपट के मुताबिक, "इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसका इंजन मोटरसाइकिल से लिया गया है..."
उन्हीं के अन्य साथी सोहिल शाह का दावा है, "हमारी गाड़ी कई मायनों में असली स्पोर्ट्स कारों को टक्कर देती है... 'एरियन-2' दुनिया की प्रसिद्ध रेसिंग कार 'फेरारी' से कुछ ही कम होगी, लेकिन एक अन्य प्रसिद्ध कार कंपनी 'ऑडी' की कारों को रेस में हरा सकती है..."
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संबंधित समाचार एवं वीडियो रिपोर्ट
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वीडियो रिपोर्ट : छात्रों ने बनाई कार, 4 सेकंड में 100 किमी की रफ्तार
समाचार : 'जुगाड़' : एक लिटर में 300 किलोमीटर चलेगी यह कार...
वीडियो रिपोर्ट : गजब 'जुगाड़', एक लिटर में चले 300 किमी
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उल्लेखनीय है कि सोमैया इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने ही सिर्फ दो माह पहले कुल 60 किलोग्राम वज़न वाली गाड़ी 'जुगाड़' का निर्माण किया था। अपने नाम को पूरी तरह सार्थक करने वाली 'जुगाड़' का इंजन घास काटने वाली मशीन से लिया गया था, और उस पर फाइबर ग्लास की बॉडी में तिपहिया साइकिल के पहिये जोड़कर बनाया गया था।
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