लंदन:
इंग्लैंड की 45-वर्षीय स्कूल करियर सलाहकार कैथरीन रॉलिन्स उस समय भौंचक्की रह गईं, जब उन्हें पता चला कि पिछले 30 साल से उनके घर में रखा उनका पसंदीदा फूलदान दरअसल एक ऐसा ज़िन्दा बम है, जो प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान इस्तेमाल किए जाने के वक्त फट नहीं पाया था।
दो बच्चों की मां कैथरीन को यह बम उस समय अपने स्कूल के खेल के मैदान में पड़ा मिला था, जब वह 15 साल की थीं, और तभी से वह इसे सजावट के लिए इस्तेमाल करती आ रही थीं।
वह इस बम में हमेशा अपने पसंदीदा फूल सजाए रखती थीं, लेकिन एक दिन अचानक उन्होंने टीवी पर एक डॉक्यूमेन्ट्री फिल्म देखी, जिसमें प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान जर्मनों द्वारा निकटवर्ती कोवेन्ट्री इलाके में गिराए बमों के बारे में बताया गया था, और तब जाकर कैथरीन को एहसास हुआ कि वह पिछले 30 सालों से एक ऐसी चीज़ के बगल में बैठी रहती हैं, जो उन्हें ही नहीं, पूरे इलाके को उड़ा सकती है।
कैथरीन ने कहा, "पुलिस ने बताया कि इस बम में न सिर्फ 20 मीटर की परिधि में किसी भी जीव को खत्म कर देने की क्षमता है, बल्कि यह पूरे घर को उड़ा डालने में सक्षम है... यह सोचकर भी बहुत हंसी आती है कि इस पूरे वक्त यह मेरे घर में सजा रहा - और मेरे परिवार के हिस्सा जैसा बन गया था..."
'द मिरर' के अनुसार कैथरीन का कहना था, "बम के इस खोल को मैं अपने घर में 30 साल तक सजाए रही, और इसे यूनिवर्सिटी भी लेकर गई थी... मैं मैडोना के गीतों पर थिरकते रहने की शौकीन थी, और उन दिनों इसमें प्लास्टिक के फूल सजाकर रखा करती थी... मैं खुशकिस्मत हूं कि मेरे पति क्रिस को यह सब हंसने लायक लगता है..."
खैर, जानकारी मिलने के बाद कैथरीन ने पुलिस को बुलाया, और फिर विशेषज्ञ बुलाए गए, जिन्होंने बम में से विस्फोटक को निकालकर कैथरीन को 'फूलदान' वापस कर दिया।
कैथरीन ने यह भी बताया, "मैं इसे ऊपर से खोलकर इसमें फूल लगाया करती थी... यह काफी भारी है, और इस पर कुछ लिखा भी है, जो जर्मन भाषा जैसा लगता था... मैं इसे अपनी दोस्तों को दिखाने के लिए स्कूल भी ले जाती थी, और उन्हें यह बहुत पसंद आता था..."
दो बच्चों की मां कैथरीन को यह बम उस समय अपने स्कूल के खेल के मैदान में पड़ा मिला था, जब वह 15 साल की थीं, और तभी से वह इसे सजावट के लिए इस्तेमाल करती आ रही थीं।
वह इस बम में हमेशा अपने पसंदीदा फूल सजाए रखती थीं, लेकिन एक दिन अचानक उन्होंने टीवी पर एक डॉक्यूमेन्ट्री फिल्म देखी, जिसमें प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान जर्मनों द्वारा निकटवर्ती कोवेन्ट्री इलाके में गिराए बमों के बारे में बताया गया था, और तब जाकर कैथरीन को एहसास हुआ कि वह पिछले 30 सालों से एक ऐसी चीज़ के बगल में बैठी रहती हैं, जो उन्हें ही नहीं, पूरे इलाके को उड़ा सकती है।
कैथरीन ने कहा, "पुलिस ने बताया कि इस बम में न सिर्फ 20 मीटर की परिधि में किसी भी जीव को खत्म कर देने की क्षमता है, बल्कि यह पूरे घर को उड़ा डालने में सक्षम है... यह सोचकर भी बहुत हंसी आती है कि इस पूरे वक्त यह मेरे घर में सजा रहा - और मेरे परिवार के हिस्सा जैसा बन गया था..."
'द मिरर' के अनुसार कैथरीन का कहना था, "बम के इस खोल को मैं अपने घर में 30 साल तक सजाए रही, और इसे यूनिवर्सिटी भी लेकर गई थी... मैं मैडोना के गीतों पर थिरकते रहने की शौकीन थी, और उन दिनों इसमें प्लास्टिक के फूल सजाकर रखा करती थी... मैं खुशकिस्मत हूं कि मेरे पति क्रिस को यह सब हंसने लायक लगता है..."
खैर, जानकारी मिलने के बाद कैथरीन ने पुलिस को बुलाया, और फिर विशेषज्ञ बुलाए गए, जिन्होंने बम में से विस्फोटक को निकालकर कैथरीन को 'फूलदान' वापस कर दिया।
कैथरीन ने यह भी बताया, "मैं इसे ऊपर से खोलकर इसमें फूल लगाया करती थी... यह काफी भारी है, और इस पर कुछ लिखा भी है, जो जर्मन भाषा जैसा लगता था... मैं इसे अपनी दोस्तों को दिखाने के लिए स्कूल भी ले जाती थी, और उन्हें यह बहुत पसंद आता था..."
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