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This Article is From Jun 06, 2023

नौकरी देने के लिए कंपनी ने रखी अजीबोगरीब शर्त, कहा- शाकाहारी होना है जरूरी, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

यूं तो कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए कई नियम और कायदे बनाती हैं, ताकि उनके काम के साथ ही वर्कप्लेस पर अनुशासन बना रहे, लेकिन एक कंपनी की पॉलिसी के एक स्क्रीनशॉट इन दिनों सोशल मीडिया पर नई बहस छेड़ दी है.

नौकरी देने के लिए कंपनी ने रखी अजीबोगरीब शर्त, कहा- शाकाहारी होना है जरूरी, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
कंपनी के अलबेली शर्त का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर हुआ वायरल, शाकाहारी होना है जरूरी पर छिड़ी बहस

कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए कई नियम और काय़दे बनाती हैं, ताकि उनके काम के साथ ही वर्कप्लेस पर अनुशासन भी बना रहे, लेकिन कई बार कुछ कंपनियां ऐसे-ऐसे अलबेले नियम और कायदे बना देती हैं, जिन्हें सुनकर हंसी भी आती हैं और हैरानी भी होती है. कुछ ऐसे ही नियम और कायदे को लेकर एक रेडिट यूजर ने पोस्ट किया है, जिसमें एक संस्था की पॉलिसी का स्क्रीनशॉट शेयर किया गया है. दरअसल, शख्स ने डॉग रेस्क्यू सेंटर की शाकाहारी नीति (vegan only policy) का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया, इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस छेड़ दी है.

यहां देखें पोस्ट

Applied for a job, received this in an email. Can they really force this upon me or not hire be based on this??
by u/Reezeyyy in mildlyinfuriating

एक व्यक्ति ने रेडिट के 'माइल्डली इंफ्यूरेटिंग' कम्युनिटी में एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जिसके कैप्शन में लिखा गया है, ‘नौकरी के लिए अप्लाई किया है, इसे एक ईमेल में प्राप्त किया है. क्या वे वास्तव में मुझ पर इसे लागू कर सकते हैं या इसके आधार पर मुझे नौकरी पर नहीं रख सकते हैं?' ईमेल के स्क्रीनशॉट में नियम है, जो कंपनी को उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने में मदद करते हैं. उनमें से एक है: ‘ये कार्यस्थल सख्ती से शाकाहारी है. आपको काम से दूर शाकाहारी होने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन आपको वेगन लंच यानी शाकाहानी खाना ही लाना होगा. क्या आप पुष्टि कर सकते हैं कि, आप इसके साथ ठीक हैं?' संस्था के इस नियम और उससे जुड़े सवाल ने ऑनलाइन बहस छेड़ दी है, क्या किसी कंपनी को ये अधिकार है.

लोग बोले- ये तो अजीब है

पोस्ट पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'अगर सैलरी अच्छी है, तो मैं वर्क टाइम वीगन बनूंगा.' जबकि एक अन्य ने लिखा, 'मैंने एक यहूदी सामुदायिक केंद्र में काम किया, वहां भी मांस अलाउड नहीं था.' वहीं एक ने लिखा, 'ये बहुत अजीब बात है, कोई शाकाहारी ग्रॉसरी शॉप होता तो समझ आता.'

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