नई दिल्ली:
संसद पर हमले के दोषी अफ़ज़ल गुरु को आज भी इस बात का मलाल है कि 2001 में हमले के दौरान कार में फिट किया गया बम क्यों नहीं फटा। यह दावा तिहाड़ जेल नंबर तीन के सुपरिटेंडेंट मनोज द्विवेदी ने 180 पन्नों के एक दस्तावेज़ में किया है। द्विवेदी के मुताबिक अफ़ज़ल ने उन्हें बताया था कि अगर संसद पर हमला कामयाब हो जाता तो वे लोग जम्मू-कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बना देते और सरकार के साथ चर्चा का दौर शुरू हो जाता। अफ़ज़ल के साथ 200 घंटे की बातचीत के आधार पर तैयार इस दस्तावेज़ में कहा गया है कि अफ़ज़ल और उसके साथियों ने हमले से एक दिन पहले एक कार में बम लगाकर पुलिस स्टेशन के पास पार्क किया था। द्विवेदी के मुताबिक वे अफ़ज़ल के इन खुलासों को किताब की शक्ल में प्रकाशित करना चाहते थे लेकिन तिहाड़ जेल प्रशासन ने इसकी इजाज़त नहीं दी।