सिनसिनाटी (ओहियो):
सिनसिनाटी चिड़ियाघर के निदेशक ने कहा है कि एक मीटर ऊंची दीवार काफी थी जहां पर गोरिल्ला को रखा गया था। इस दीवार के पार एक चार साल का बच्चा चला गया और गोरिल्ला को इसके लिए मार दिया गया क्योंकि वह बच्चे को इधर-उधर लेकर घसीटने लग गया था।
पशु प्रेमियों के समूह ने आवाज उठाई
17 साल के इस गोरिल्ला, जिसाक नाम हरम्बे था, की हत्या के विरोद में पशु प्रेमियों के समूह ने आवाज उठाई है। करीब 20 कार्यकर्ताओं ने चिड़ियाघर के बाहर प्रदर्शन भी किया है। करीब दो लाख लोगों ने Change.org नाम की वेबसाइट में ऑनलाइन पेटिशन पर दस्तखत किए हैं। इस पेटिशन में इस प्रकार की हत्या का विरोध किया गया है और बदलाव की मांग की गई है। कुछ लोगों ने हरम्बे के लिए न्याय की मांग की है और यह भी आग्रह किया है कि इस घटना के लिए बच्चे के माता-पिता को जिम्मेदार ठहराया जाए।
सिनसिनाटी चिड़ियाघर के निदेशक थेन मेनार्ड ने कहा कि जो भी बाड़े बनाए गए हैं वह मानकों के अनुसार हैं। उन्होंने यह बात एक संवाददाता सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा की जितना भी ऊंचा बाड़ा बना दिया जाए, दिक्कत यह है कि कुछ लोग इस लांघ जाते हैं। उनका दावा है कि चिड़ियाघर ने किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती।
जरूरी था गोरिल्ला को मारना
मेनार्ड ने कहा कि गोरिल्ला को मारना इसलिए जरूरी हो गया था क्योंकि वह बच्चे को घुटनों से पकड़कर यहां वहा घसीट रहा था। इससे न केवल बच्चे को चोट लगने का डर था बल्कि उसकी जान को भी खतरा था। अगर आज भी स्थिति को फिर से देखा जाए तो वही निर्णय लिया जाएगा।
गोरिल्ला की मौत पर अफसोस जताते हुए मेनार्ड ने कहा कि गोरिल्ला ने साफ तौर पर गुस्से में था और उसके इरादे ठीक नहीं जान पड़ रहे थे। उन्होंने बताया कि चिड़ियाघर को दुनियाभर से हजारों संदेश आए हैं जिसमें उसके प्रति संवेदना व्यक्त की गई है। अभी भी मेनार्ड को उन सवालों का जवाब देना है कि आखिर कैसे एक चार साल का बच्चा बाड़े के भीतर पहुंच गया।
नियमों के तहत सुरक्षा व्यवस्था
मेनार्ड का कहना है कि चिड़ियाघर में नियमों के तहत पूरी व्यवस्था की गई है और इसका लगातार समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है। उन्होंने कहा कि हम बाड़ों पर एक बार फिर गौर करेंगे, लेकिन बदलाव के लिए किसी प्रकार का वादा नहीं किया जा सकता है।
अभिभावक हैं जिम्मेदार
ह्यूस्टन ने सिनसिनाटी पहुंची वेनेस्सा हैम्मंड्स ने कहा कि बच्चे की जिंदगी खतरे में थी तो इसके लिए अभिभावक जिम्मेदार है, कोई और कैसे इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है। 27 वर्षीय वेनेस्सा खास तौर पर विरोध प्रकट करने के लिए सिनसिनाटी पहुंचीं।
बच्चे की मां का दावा
अधिकारियों ने बच्चे की पहचान उजागर नहीं की। लेकिन फेसबुक पर मिसेल ग्रेग नाम की महिला जो बच्चे की मां होने का दावा कर रही है, ने आग्रह किया कि और कोई उसे जज न करे क्योंकि दुर्घटना हो जाती है। उसने कहा कि उनका बेटा उस हादसे से उबर रहा है। परिवार की ओर से जारी एक वक्तव्य में गोरिल्ला की मौत पर अफसोस जताया गया है। चिड़ियाघर की त्वरित कार्रवाई के लिए अभिभावकों की ओर से धन्यवाद दिया गया है। इसमें कहा गया है कि चिड़ियाघर को अपना खास मेहमान गंवाना पड़ा है, इस दर्द को वे महसूस कर सकते हैं। इस प्रकार का निर्णय लेना बहुत कठिन होता है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
पशु प्रेमियों के समूह ने आवाज उठाई
17 साल के इस गोरिल्ला, जिसाक नाम हरम्बे था, की हत्या के विरोद में पशु प्रेमियों के समूह ने आवाज उठाई है। करीब 20 कार्यकर्ताओं ने चिड़ियाघर के बाहर प्रदर्शन भी किया है। करीब दो लाख लोगों ने Change.org नाम की वेबसाइट में ऑनलाइन पेटिशन पर दस्तखत किए हैं। इस पेटिशन में इस प्रकार की हत्या का विरोध किया गया है और बदलाव की मांग की गई है। कुछ लोगों ने हरम्बे के लिए न्याय की मांग की है और यह भी आग्रह किया है कि इस घटना के लिए बच्चे के माता-पिता को जिम्मेदार ठहराया जाए।
सिनसिनाटी चिड़ियाघर के निदेशक थेन मेनार्ड ने कहा कि जो भी बाड़े बनाए गए हैं वह मानकों के अनुसार हैं। उन्होंने यह बात एक संवाददाता सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा की जितना भी ऊंचा बाड़ा बना दिया जाए, दिक्कत यह है कि कुछ लोग इस लांघ जाते हैं। उनका दावा है कि चिड़ियाघर ने किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती।
जरूरी था गोरिल्ला को मारना
मेनार्ड ने कहा कि गोरिल्ला को मारना इसलिए जरूरी हो गया था क्योंकि वह बच्चे को घुटनों से पकड़कर यहां वहा घसीट रहा था। इससे न केवल बच्चे को चोट लगने का डर था बल्कि उसकी जान को भी खतरा था। अगर आज भी स्थिति को फिर से देखा जाए तो वही निर्णय लिया जाएगा।
गोरिल्ला की मौत पर अफसोस जताते हुए मेनार्ड ने कहा कि गोरिल्ला ने साफ तौर पर गुस्से में था और उसके इरादे ठीक नहीं जान पड़ रहे थे। उन्होंने बताया कि चिड़ियाघर को दुनियाभर से हजारों संदेश आए हैं जिसमें उसके प्रति संवेदना व्यक्त की गई है। अभी भी मेनार्ड को उन सवालों का जवाब देना है कि आखिर कैसे एक चार साल का बच्चा बाड़े के भीतर पहुंच गया।
नियमों के तहत सुरक्षा व्यवस्था
मेनार्ड का कहना है कि चिड़ियाघर में नियमों के तहत पूरी व्यवस्था की गई है और इसका लगातार समय-समय पर निरीक्षण किया जाता है। उन्होंने कहा कि हम बाड़ों पर एक बार फिर गौर करेंगे, लेकिन बदलाव के लिए किसी प्रकार का वादा नहीं किया जा सकता है।
अभिभावक हैं जिम्मेदार
ह्यूस्टन ने सिनसिनाटी पहुंची वेनेस्सा हैम्मंड्स ने कहा कि बच्चे की जिंदगी खतरे में थी तो इसके लिए अभिभावक जिम्मेदार है, कोई और कैसे इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है। 27 वर्षीय वेनेस्सा खास तौर पर विरोध प्रकट करने के लिए सिनसिनाटी पहुंचीं।
बच्चे की मां का दावा
अधिकारियों ने बच्चे की पहचान उजागर नहीं की। लेकिन फेसबुक पर मिसेल ग्रेग नाम की महिला जो बच्चे की मां होने का दावा कर रही है, ने आग्रह किया कि और कोई उसे जज न करे क्योंकि दुर्घटना हो जाती है। उसने कहा कि उनका बेटा उस हादसे से उबर रहा है। परिवार की ओर से जारी एक वक्तव्य में गोरिल्ला की मौत पर अफसोस जताया गया है। चिड़ियाघर की त्वरित कार्रवाई के लिए अभिभावकों की ओर से धन्यवाद दिया गया है। इसमें कहा गया है कि चिड़ियाघर को अपना खास मेहमान गंवाना पड़ा है, इस दर्द को वे महसूस कर सकते हैं। इस प्रकार का निर्णय लेना बहुत कठिन होता है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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