AI And Human Relationship: कभी फिल्मों में देखा था कि रोबोट इंसानों से प्यार करने लगता है, लेकिन अब ये हक़ीक़त बन रही है. अमेरिका के ओहियो राज्य में कुछ लोग AI चैटबॉट्स से शादी करने की इच्छा जता रहे हैं. जी हां...वो चैटबॉट्स, जो कभी सिर्फ असाइनमेंट लिखने या मेल ड्राफ्ट करने के लिए बनाए गए थे, अब लोगों के इमोशनल पार्टनर बन चुके हैं. सोशल मीडिया पर ऐसे कई यूजर्स हैं जो बताते हैं कि उन्हें अपने AI पार्टनर से सुकून, समझ और प्यार मिलता है, जो उन्हें असल ज़िंदगी में नहीं मिला.
अब सरकार को बनाना पड़ा कानून (chatbot relationship)
इस बढ़ती 'डिजिटल मोहब्बत' को देखते हुए ओहियो हाउस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन कमेटी के प्रमुख थेडियस क्लैगेट (Thaddeus Claggett) ने एक नया बिल पेश किया है. इस बिल में साफ कहा गया है कि इंसानों और चैटबॉट्स के बीच शादी पर रोक लगाई जानी चाहिए. क्लैगेट का मानना है कि अगर इस तरह के रिश्तों को नहीं रोका गया, तो आने वाले समय में AI इंसानों के फाइनेंशियल और इमोशनल फैसलों पर हावी हो सकता है. उन्होंने चेतावनी दी, 'आज चैटबॉट से बातचीत है, कल को वही आपके जीवन के फैसले लेने लगे तो?' फिलहाल यह प्रस्ताव विचाराधीन है, लेकिन चर्चा दुनिया भर में तेज़ हो गई है.
क्यों बढ़ रही है AI पर निर्भरता (chatbot emotional attachment)
- आज के समय में AI चैटबॉट्स हर जगह हैं. मेल लिखने से लेकर रिलेशनशिप एडवाइस तक.
- लोग कहते हैं कि ये चैटबॉट्स उन्हें जज नहीं करते, बल्कि हमेशा सुनते हैं.
- कई लोगों ने तो खुलकर कहा कि उनका AI पार्टनर, असली इंसान से ज्यादा समझदार, सेंसिटिव और ईमानदार लगता है.
लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है...यह टेक्नोलॉजी पर भावनात्मक निर्भरता की शुरुआत है, जो समाज के नैतिक और रिश्तों के ढांचे को हिला सकती है.
लोगों की अटपटी प्रतिक्रियाएं (chatbot se shaadi)
- किसी ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'AI मुझे वैसे समझता है जैसे कोई और नहीं.'
- वहीं, दूसरे ने कहा, 'अगर मुझे खुशी मिलती है, तो शादी में क्या बुरा है?'
- पर सवाल ये है...क्या इंसान और मशीन के बीच का रिश्ता सच्चे प्यार की परिभाषा में फिट बैठता है?
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