प्रतीकात्मक फोटो
वाशिंगटन:
वैज्ञानिकों ने 2017 की धरती के तीसरे सबसे गर्म साल के तौर पर पुष्टि कर दी है. रिकॉर्ड के मुताबिक, 2016 सबसे गर्म साल रहा, जबकि 2015 को दूसरे सबसे गर्म साल के तौर पर दर्ज किया गया. 28वीं स्टेट ऑफ द क्लाइमेट रिपोर्ट के मुताबिक ग्रह (धरती) पर ग्रीनहाउस गैस के रिकॉर्ड संकेंद्रण के साथ ही समुद्र तल भी परिवर्तित हुआ है. यह रिपोर्ट 65 देशों के 500 वैज्ञानिकों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों पर आधारित है और वैश्विक जलवायु संकेतकों, मौसम से जुड़ी भीषण घटनाओं एवं अन्य बहुमूल्य पर्यावरणीय डेटा को गहराई से समझने में भी मदद करता है.
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अमेरिकी नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के वैज्ञानिकों ने पाया कि 2017 में ग्रीनहाउस गैसों का स्तर सबसे ज्यादा रहा. वहीं, समुद्र तल में परिवर्तन भी नई उंचाई पर पहुंच गया है जो 1993 के औसत से तीन इंच तक बढ़ गया है.
VIDEO: पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग पर जताई चिंता
यह रिपोर्ट बुलेटिन ऑफ द अमेरिकन मीटिअरोलॉजिकल सोसायटी की ओर से प्रकाशित की गई है.
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