नई दिल्ली:
विकीलीक्स के केबल से यह उजागर हुआ है कि विभिन्न देशों के राजदूतों की एक बैठक में भारत ने पाकिस्तान की विश्वसनीयता और 26/11 को मुंबई पर हुए आतंकवादी हमलों की जांच में सहायता देने में उसकी भूमिका पर सवाल खड़ा किया था। केबल में अमेरिका के राजदूत डेविड मलफोर्ड और 14 अन्य राजदूतों के साथ पांच जनवरी 2009 को तत्कालीन विदेश सचिव शिवशंकर मेनन की बैठक के बारे में जानकारी दी गई है। इस बैठक में मेनन ने मुंबई पर आतंकवादी हमलों का संबंध पाकिस्तान से जोड़े जाने संबंधी डोजियर पेश किया था। 26/11 के दो महीने बाद आयोजित इस बैठक में ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन आयुक्त ने पाकिस्तान द्वारा प्रस्तावित संयुक्त जांच व्यवस्था के बारे में सवाल किया था। मेनन ने इसके जवाब में कहा था, मूल समस्या यह है कि पाकिस्तान हमलों के साथ किसी भी संबंध से हमेशा इनकार करता रहा है। जब वह इस बात से इंकार ही करता रहेगा तो वहां जांच करने के लिए संयुक्त व्यवस्था का क्या लाभ होगा?