पाकिस्तानी संसद...
नई दिल्ली:
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार में अमेरिका ने पाकिस्तानी संसद के उपसभापति मौलाना अब्दुल गफूर हैदरी को वीजा देने से इनकार कर दिया है. अमेरिका के इस फैसले के बाद पाकिस्तान और खासकर पाकिस्तान के संसद के सदस्य काफी नाराज है. पाकिस्तानी संसद के सचिवालय के मुताबिक पाकिस्तानी संसद के चेयरमैन रजा रब्बानी ने यह भी निर्देश दिया है कि अमेरिकी कांग्रेस या उसके किसी भी राजदूत का पाकिस्तानी संसद स्वागत नहीं करेगी. बता दें कि हैदरी पाकिस्तान की बड़ी पार्टी जमायत उलेमा इस्लाम के महासचिव हैं. रिपोर्टों के मुताबिक अमेरिका ने ना सिर्फ उनकी सरकारी यात्रा का वीजा कैंसिल किया है बल्कि उसे लंबित भी रखा है.
उल्लेखनीय है कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के शासन में आते ही उन्होंने मुस्लिम आतंकवाद से परेशानी की बात कहकर कई मुस्लिम देशों के अमेरिका में आने पर रोक के लिए कदम उठाए हैं. हालांकि अमेरिकी अदालत के दखल के चलते मामला फिलहाल अटक गया है.
यह सर्वविदित है कि कई आतंकी संगठन पाकिस्तान से संबद्ध हैं जो भारत में आतंकी गतिविधियों में लिप्त हैं और भारत अमेरिका सहित कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इन आतंकी कैंपों को खत्म करने की मांग करता रहा है. यह अलग बात है कि पाकिस्तान हमेशा से ऐसे आरोपों को दरकिनार करते आया है.
जानकारी के लिए बता दें कि जमात उलेमा इस्लाम के महासचिव हैदरी को अगले हफ्ते 13 और 14 फरवरी को संयुक्त राष्ट्र की तरफ से प्रायोजित इंटरनेशनल पार्लियामेंट यूनियन (आईपीयू) की बैठक के लिए न्यूयॉर्क जाना था, लेकिन यूएस एंबेसी ने वीजा देने से इनकार कर दिया. रिपोर्टों के अनुसार अब्दुल गफूर हैदरी को अमेरिका विरोधी गतिविधियों के लिए जाना जाता है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि हैदरी को वीजा देने से इनकार करने का कारण तकनीकी है.
उल्लेखनीय है कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के शासन में आते ही उन्होंने मुस्लिम आतंकवाद से परेशानी की बात कहकर कई मुस्लिम देशों के अमेरिका में आने पर रोक के लिए कदम उठाए हैं. हालांकि अमेरिकी अदालत के दखल के चलते मामला फिलहाल अटक गया है.
यह सर्वविदित है कि कई आतंकी संगठन पाकिस्तान से संबद्ध हैं जो भारत में आतंकी गतिविधियों में लिप्त हैं और भारत अमेरिका सहित कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इन आतंकी कैंपों को खत्म करने की मांग करता रहा है. यह अलग बात है कि पाकिस्तान हमेशा से ऐसे आरोपों को दरकिनार करते आया है.
जानकारी के लिए बता दें कि जमात उलेमा इस्लाम के महासचिव हैदरी को अगले हफ्ते 13 और 14 फरवरी को संयुक्त राष्ट्र की तरफ से प्रायोजित इंटरनेशनल पार्लियामेंट यूनियन (आईपीयू) की बैठक के लिए न्यूयॉर्क जाना था, लेकिन यूएस एंबेसी ने वीजा देने से इनकार कर दिया. रिपोर्टों के अनुसार अब्दुल गफूर हैदरी को अमेरिका विरोधी गतिविधियों के लिए जाना जाता है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि हैदरी को वीजा देने से इनकार करने का कारण तकनीकी है.
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