अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने शुक्रवार को कहा कि कोविड -19 की उत्पत्ति पर चीन अभी भी "महत्वपूर्ण जानकारी" पूरी दुनिया से छुपा रहा है. इससे पहले अमेरिकी खुफिया समुदाय ने कहा कि यह विश्वास करने योग्य नहीं है कि वायरस एक जैव हथियार था– लेकिन इस बात पर लोग बंटे दिखे कि वायरस किसी प्रयोगशाला से ही निकला था.
हालांकि, संयुक्त राज्य अमेरिका यह नहीं मानता है कि चीनी अधिकारियों को महामारी के प्रारंभिक प्रकोप से पहले ही कोरोना वायरस के बारे में पता था, जो अब तक 45 लाख लोगों की जिंदगी लील चुका है.
जो बाइडेन ने एक बयान में कहा, "इस महामारी की उत्पत्ति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना में मौजूद है, फिर भी चीन में सरकारी अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं और वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य समुदाय के सदस्यों को इसे एक्सेस करने से रोकने के लिए काम किया है."
उन्होंने कहा, "चीन आज तक, इस मामले पर पारदर्शिता अपनाने से इनकार करता रहा है और वैश्विक समुदाय को महत्वपूर्ण जानकारी देने से मना करता रहा है, जबकि इस महामारी से मौत के आंकड़ों में वृद्धि जारी है."
बहरहाल, अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया है कि कोरोनावायरस को एक हथियार के रूप में विकसित किया गया था. अधिकांश एजेंसियां "कम आत्मविश्वास" के साथ आंकलन करती हैं कि यह आनुवंशिक रूप से विकसित किया गया वायरस नहीं था.
हालांकि, रोग की उत्पत्ति पर खुफिया समुदाय विभाजित है. चार एजेंसियों और अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया परिषद ने एक जानवर के जरिए महामारी के प्राकृतिक फैलाव के जोखिम के पक्ष में निर्णय लिया है, जबकि दूसरी एजेंसी प्रयोगशाला से इसके रिसाव के सिद्धांत के पक्ष में खड़ी है.
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