अमेरिका के पूर्वोत्तर तट पर सोमवार शाम आए बर्फीले तूफान का प्रभाव बना हुआ है। पूर्वोत्तर स्थित न्यूयार्क शहर, बोस्टन, फिलाडेल्फिया और अन्य महानगरों के लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, न्यूयॉर्क राज्य के पूर्वी लांग आईलैंड, कनेक्टिकट राज्य, रोड आईलैंड और मेसाचुसेट्स में मंगलवार दोपहर को भी इसका असर बरकरार रहा।
अमेरिका के राष्ट्रीय मौसम सेवा के अनुमानों में बताया गया है कि बोस्टन और मेसाचुसेट्स में बुधवार सुबह तक ऐसे ही मौसम बने रहने के आसार हैं, जहां अब तक करीब 50 सेंटीमीटर हिमपात हुआ है।
इस बीच देश के मौसम विज्ञानियों ने मंगलवार को अपने गलत आकलन के लिए माफी मांगी है। उन्होंने इस तथाकथित 'सदी के तूफान' से भारी क्षति की आशंका जाहिर की थी, जबकि इसकी तीव्रता उतनी अधिक नहीं रही।
मौसम विभाग ने न्यूयॉर्क में 91.44 सेंटीमीटर हिमपात के आसार जताए थे, जिसके बाद अधिकारियों ने सभी स्कूलों को बंद करा दिए, उड़ानें रद्द कर दी गईं और राज्यभर में परिवहन पर भी रोक लगा दी गई। लेकिन न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी और पेनिसिलवेनिया के कुछ हिस्से में उतनी ही तीव्रता के साथ बर्फीली आंधी नहीं चली, जैसा अनुमान मौसम वैज्ञानिकों ने जताया था।
न्यूयॉर्क में सिर्फ 15.24 सेंटीमीटर हिमपात हुआ है, जो कि 2006 के 68.33 सेंटीमीटर से काफी कम है।
न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी और कनेक्टिकट के गवर्नरों ने एक दिन पहले लगे यातायात पर प्रतिबंध को हटा दिया और न्यूयॉर्क के सबवे में भी 10 घंटे के बाद यातायात शुरू कर दिया गया, लेकिन अधिकारियों ने लोगों से बर्फ से ढकी सड़कों से दूर रहने को कहा है।
इधर, बोस्टन में तूफान के पहले दिन से ही सबवे बंद है, जहां शहर के कुछ हिस्सों में अब भी बर्फ की चादर फैली हुई है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं