तस्वीर सौजन्य : snowden@twitter
लंदन:
अपने खुलासों से दुनिया भर के सामने अमेरिका को सवालों के घेरे में खड़ा करने वाले एडवर्ड स्नोडेन के निशाने पर ब्रिटेन सरकार भी है। स्नोडेन की माने तो ब्रिटेन के लिए किसी के भी स्मार्टफोन को हैक करना बहुत ही आसान है।
बीबीसी के पैनोरामा कार्यक्रम में बात करते हुए स्नोडेन ने कहा कि ब्रिटेन के खुफिया तंत्र एक साधारण से टेक्स्ट मैसेज से फोन को हैक कर सकते हैं, यही नहीं मालिक की जानकारी के बगैर उसके फोन से तस्वीरें भी ली जा सकती हैं।
ब्रिटेन सरकार की संचार मुख्यालय एजेंसी (GCHQ)के बारे में बात करते हुए स्नोडेन ने कहा 'वह आपके फोन को हथियाना चाहते हैं।'
बंद फोन की जासूसी
स्नोडेन का दावा है कि GCHQ ने लोकप्रिय कार्टून स्मर्फ के नाम पर कुछ इंटरसेप्शन टूल तैयार किए हैं जिसके ज़रिए वह बंद फोन की भी जासूसी कर सकते हैं।
यह भी पढ़िए - स्नोडेन अब ट्विटर पर
यही नहीं स्नोडेन की माने तो यह खुफिया एजेंसी ऐसे ही कुछ और प्रोग्राम के ज़रिए दूर बैठकर किसी भी फोन को बंद या चालू कर सकती है।
फोन के अंदर झांकने की आज़ादी
ब्रिटेन की जनता को आगाह करते हुए स्नोडेन ने कहा 'आपके फोन के अंदर झांकने के लिए यह एजेंसी 'exploit' नाम का टेक्स्ट मैजेस भेजती है जिसकी तरफ आपका ध्यान भी नहीं जाएगा।'
अपनी बात पूरी करते हुए स्नोडेन ने कहा 'जब यह टेक्स्ट आपके फोन पर आएगा तो दिखाई नहीं देगा। यह दिखता नहीं है। सच तो यह है कि आप फोन के पैसे दे रहे हैं लेकिन इसका मालिक तो वो है जिसके हाथ में सॉफ्टवेयर की डोर है।'
गोपनीय मामला
बीबीसी का कहना है कि ब्रिटेन की सरकार ने इसे गोपनीय मामलों से जुड़ी नीति बताते हुए किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।
वहीं ससंद के ज़रिए ब्रिटेन की सरकार ऐसा कानून लाना चाह रही है जिससे खुफिया एजेंसियों के अधिकारों में इज़ाफा हो सके और अपराधों की जांच के लिए वह ऑनलाइन गतिविधियों पर ज़्यादा कड़ी निगरानी रख सके।
बता दें कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा बड़े स्तर पर लोगों के फोन और इंटरनेट पर निगरानी रखने वाली एक मीडिया रिपोर्ट को लीक करने के बाद स्नोडेन ने 2013 में अमेरिका छोड़ दिया था।
बीबीसी के पैनोरामा कार्यक्रम में बात करते हुए स्नोडेन ने कहा कि ब्रिटेन के खुफिया तंत्र एक साधारण से टेक्स्ट मैसेज से फोन को हैक कर सकते हैं, यही नहीं मालिक की जानकारी के बगैर उसके फोन से तस्वीरें भी ली जा सकती हैं।
ब्रिटेन सरकार की संचार मुख्यालय एजेंसी (GCHQ)के बारे में बात करते हुए स्नोडेन ने कहा 'वह आपके फोन को हथियाना चाहते हैं।'
बंद फोन की जासूसी
स्नोडेन का दावा है कि GCHQ ने लोकप्रिय कार्टून स्मर्फ के नाम पर कुछ इंटरसेप्शन टूल तैयार किए हैं जिसके ज़रिए वह बंद फोन की भी जासूसी कर सकते हैं।
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यही नहीं स्नोडेन की माने तो यह खुफिया एजेंसी ऐसे ही कुछ और प्रोग्राम के ज़रिए दूर बैठकर किसी भी फोन को बंद या चालू कर सकती है।
फोन के अंदर झांकने की आज़ादी
ब्रिटेन की जनता को आगाह करते हुए स्नोडेन ने कहा 'आपके फोन के अंदर झांकने के लिए यह एजेंसी 'exploit' नाम का टेक्स्ट मैजेस भेजती है जिसकी तरफ आपका ध्यान भी नहीं जाएगा।'
स्नोडेन का दावा है कि दूर बैठकर भी आपके फोन को काबू में किया जा सकता है
अपनी बात पूरी करते हुए स्नोडेन ने कहा 'जब यह टेक्स्ट आपके फोन पर आएगा तो दिखाई नहीं देगा। यह दिखता नहीं है। सच तो यह है कि आप फोन के पैसे दे रहे हैं लेकिन इसका मालिक तो वो है जिसके हाथ में सॉफ्टवेयर की डोर है।'
गोपनीय मामला
बीबीसी का कहना है कि ब्रिटेन की सरकार ने इसे गोपनीय मामलों से जुड़ी नीति बताते हुए किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।
वहीं ससंद के ज़रिए ब्रिटेन की सरकार ऐसा कानून लाना चाह रही है जिससे खुफिया एजेंसियों के अधिकारों में इज़ाफा हो सके और अपराधों की जांच के लिए वह ऑनलाइन गतिविधियों पर ज़्यादा कड़ी निगरानी रख सके।
बता दें कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा बड़े स्तर पर लोगों के फोन और इंटरनेट पर निगरानी रखने वाली एक मीडिया रिपोर्ट को लीक करने के बाद स्नोडेन ने 2013 में अमेरिका छोड़ दिया था।
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