इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (फाइल फोटो)
बीजिंग:
चीन की प्रायोगिक अंतरिक्ष प्रयोगशाला तियानगोंग-2 अपने साथ जिन वैज्ञानिक उपकरणों को लेकर गई थी उन्होंने करीब सात दिन तक शांत रहने के बाद, उस दिन से काम शुरू कर दिया, जिस दिन यह प्रयोगशाला अपनी निर्धारित कक्षा में प्रविष्ट हुई.
तियानगोंग-2 चीन की अंतरिक्ष प्रयोगशाला है और उसका प्रोजेक्ट 921.2 स्पेस स्टेशन प्रोग्राम का हिस्सा भी है. इसका प्रक्षेपण 15 सितंबर को किया गया था.
चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के तहत आने वाले टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग सेंटर फॉर स्पेस यूटिलाइजेशन में पेलोड ऑपरेशन एवं एप्लीकेशन निदेशक गुओ लिली ने बताया 'अगले 30 घंटे में ज्यादातर वैज्ञानिक उपकरण काम करने लगेंगे.' इन उपकरणों के संचालन में धरती पर करीब 100 वैज्ञानिक समन्वय कर रहे हैं.
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने विशेषज्ञों को यह कहते हुए उद्धृत किया कि तियानगोंग-2 अंतरिक्ष प्रयोगशाला इस साल के आखिर में शेनझोउ-11 अंतरिक्ष यान पर उतरेगी तथा साल 2017 में यह देश के पहले मालवाहक अंतरिक्ष पोत तियानझोउ-1 पर उतरेगी.
चीन के अंतरिक्ष इंजीनियरिंग कार्यालय में उप-निदेशक वू पिंग ने बताया कि इस प्रयोगशाला की पूर्ववर्ती तियानगोंग-1 का प्रक्षेपण साल 2011 में किया गया था. इसके पड़ाव शेनझोउ-8, शेनझोउ-9 और शेनझोउ-10 अंतरिक्ष यान थे, जिन पर उतरने वाली इस प्रयोगशाला का मुख्यत: अंतरिक्ष में उतरने तथा वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए एक सरल मंच के तौर पर उपयोग किया गया था.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
तियानगोंग-2 चीन की अंतरिक्ष प्रयोगशाला है और उसका प्रोजेक्ट 921.2 स्पेस स्टेशन प्रोग्राम का हिस्सा भी है. इसका प्रक्षेपण 15 सितंबर को किया गया था.
चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के तहत आने वाले टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग सेंटर फॉर स्पेस यूटिलाइजेशन में पेलोड ऑपरेशन एवं एप्लीकेशन निदेशक गुओ लिली ने बताया 'अगले 30 घंटे में ज्यादातर वैज्ञानिक उपकरण काम करने लगेंगे.' इन उपकरणों के संचालन में धरती पर करीब 100 वैज्ञानिक समन्वय कर रहे हैं.
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने विशेषज्ञों को यह कहते हुए उद्धृत किया कि तियानगोंग-2 अंतरिक्ष प्रयोगशाला इस साल के आखिर में शेनझोउ-11 अंतरिक्ष यान पर उतरेगी तथा साल 2017 में यह देश के पहले मालवाहक अंतरिक्ष पोत तियानझोउ-1 पर उतरेगी.
चीन के अंतरिक्ष इंजीनियरिंग कार्यालय में उप-निदेशक वू पिंग ने बताया कि इस प्रयोगशाला की पूर्ववर्ती तियानगोंग-1 का प्रक्षेपण साल 2011 में किया गया था. इसके पड़ाव शेनझोउ-8, शेनझोउ-9 और शेनझोउ-10 अंतरिक्ष यान थे, जिन पर उतरने वाली इस प्रयोगशाला का मुख्यत: अंतरिक्ष में उतरने तथा वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए एक सरल मंच के तौर पर उपयोग किया गया था.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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