विश्वभर से 20 लाख हाजियों के मक्का पहुंचने की उम्मीद है
सऊदी अरब : हज यात्रा के लिए विश्वभर से 20 लाख हाजियों के मक्का पहुंचने की उम्मीद:
इस वर्ष मक्का में बड़ी संख्या में हाजियों के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. हज यात्रा के लिए विश्वभर से 20 लाख हाजियों के सऊदी अरब के मक्का पहुंचने की उम्मीद है. हज यात्रा के लिए विश्वभर से 20 लाख हाजियों के मक्का पहुंचने की उम्मीद है. इस साल शिया बहुल ईरान के श्रद्धालु भी इस हज यात्रा में शामिल होंगे. ईरान सुन्नी बहुल सऊदी अरब का क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी है. इंडोनेशिया की 47 वर्षीय एनी ने कहा, 'मैं बहुत उत्साहित हूं क्योंकि बहुत से लोग इस जगह आने का सपना देखते हैं.' उन्होंने कहा, 'इस जगह से जाने के बाद हम खुद को ज्यादा धार्मिक महसूस करते हैं.'
इंडोनेशिया सर्वाधिक जनसंख्या वाला मुस्लिम देश है और यहां से हज यात्रा पर जाने वाले हाजियों की संख्या भी सबसे अधिक होती है.
यह भी पढ़ें : मक्का तीर्थयात्रा : सउदी के शाह ने कतर के लिए सीमाएं फिर से खोलने का आदेश दिया
हज इस्लाम धर्म के पांच स्तंभों में से एक है. हर मुसलमान को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार हज यात्रा करनी होती है, यदि वह ऐसा करने में समर्थ हो. हज और उमरा मामलों के निदेशक अब्देलमजीद मोहम्मद अल-अफगानी ने बताया, 'इस साल हम 20 लाख हाजियों के यहां पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं.' ईरान के लोग भी इस साल हज में शामिल हो रहे हैं जो 2015 में मक्का में हुई भगदड़ के कारण पिछले साल यहां नहीं आए थे. इस भगदड़ में तकरीबन 2,300 लोगों की मौत हो गई थी.
VIDEO : 2007 मक्का मस्जिद ब्लास्ट केस : स्वामी असीमानंद को मिली जमानत
वहीं पिछले तीन महीनों से खाड़ी देश राजनीतिक संकट में फंसे हुए हैं जहां सऊदी अरब और उसके सहयोगी कतर के खिलाफ खड़े हो गए हैं. उन्होंने कतर पर ईरान से करीबी संबंध होने और चरमपंथ को बढ़ावा देने के आरोप लगाए हैं. गैस समृद्ध कतर पर पांच जून से प्रतिबंध लागू हैं. इससे कतर का भूमि, समुद्री और हवाई संपर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
इससे हज यात्रा पर भी कुछ प्रभाव पड़ा है हालांकि रियाद ने घोषणा की थी कि वह हाजियों के लिए कुछ प्रतिबंधों में रियायत देंगे.(इनपुट एएफपी से)
इंडोनेशिया सर्वाधिक जनसंख्या वाला मुस्लिम देश है और यहां से हज यात्रा पर जाने वाले हाजियों की संख्या भी सबसे अधिक होती है.
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हज इस्लाम धर्म के पांच स्तंभों में से एक है. हर मुसलमान को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार हज यात्रा करनी होती है, यदि वह ऐसा करने में समर्थ हो. हज और उमरा मामलों के निदेशक अब्देलमजीद मोहम्मद अल-अफगानी ने बताया, 'इस साल हम 20 लाख हाजियों के यहां पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं.' ईरान के लोग भी इस साल हज में शामिल हो रहे हैं जो 2015 में मक्का में हुई भगदड़ के कारण पिछले साल यहां नहीं आए थे. इस भगदड़ में तकरीबन 2,300 लोगों की मौत हो गई थी.
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वहीं पिछले तीन महीनों से खाड़ी देश राजनीतिक संकट में फंसे हुए हैं जहां सऊदी अरब और उसके सहयोगी कतर के खिलाफ खड़े हो गए हैं. उन्होंने कतर पर ईरान से करीबी संबंध होने और चरमपंथ को बढ़ावा देने के आरोप लगाए हैं. गैस समृद्ध कतर पर पांच जून से प्रतिबंध लागू हैं. इससे कतर का भूमि, समुद्री और हवाई संपर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
इससे हज यात्रा पर भी कुछ प्रभाव पड़ा है हालांकि रियाद ने घोषणा की थी कि वह हाजियों के लिए कुछ प्रतिबंधों में रियायत देंगे.(इनपुट एएफपी से)
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