रूस ने शुक्रवार को उन रिपोर्टों को सिरे से खारिज कर दिया जिनमें कहा जा रहा था कि पहला रूस-पाकिस्तान संयुक्त सैन्य अभ्यास पीओके के गिलगित-बाल्टिस्तान में होगा. ऐसी खबरों पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जतायी थी.
दिल्ली में रूसी दूतावास ने एक बयान जारी करके कहा, 'संयुक्त सैन्य अभ्यास सिर्फ एक जगह होगा और वह है चेरात. रत्तू स्थित हाई एल्टीट्यूड मिलिट्री स्कूल में सैन्य अभ्यास की खबरें सरासर गलत हैं.'
बता दें कि रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी तास ने ही पहले यह जानकारी दी थी कि संयुक्त सैन्य अभ्यास पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में गिलगित-बाल्टिस्तान के रत्तू में आर्मी स्कूल से शुरू होगा. हालांकि बाद में तास की वेबसाइट से इस जानकारी को हटा लिया गया.
सेना प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा ने कहा, 'रूसी जमीनी बलों की एक टुकड़ी पहले पाक-रूस संयुक्त युद्धाभ्यास के लिए पहुंची है.' रूसी सैनिक 24 सितंबर से 10 अक्टूबर तक दो हफ्तों के लिए इस देश में रहेंगे.
दोनों देशों के करीब 200 सैनिक दो हफ्तों के 'फ्रेंडशिप 2016' नाम के सैन्य युद्धाभ्यास में भाग लेंगे. यह युद्धाभ्यास ऐसे समय होगा, जब मास्को और इस्लामाबाद के बीच रक्षा संबंध मजबूत हुए हैं और इस्लामाबाद अत्याधुनिक रूसी युद्धक विमान खरीदने पर विचार कर रहा है.
पाकिस्तान ने मई 2011 में ऐबटाबाद में सीआईए के गुप्त छापे में अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद अमेरिका से रिश्तों में खटास आने के बाद अपनी विदेश नीति के विकल्पों को बढ़ाने का फैसला किया था.
- साथ में एजेंसी इनपुट
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