
- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने यूएस स्पेस कमांड का मुख्यालय स्थायी रूप से हंट्सविले, अलबामा में रखने की घोषणा की.
- डोनाल्ड ट्रंप के फैसले ने बाइडेन प्रशासन के कोलोराडो में अस्थायी मुख्यालय रखने के आदेश को पलट दिया.
- हंट्सविले को अमेरिका का अंतरिक्ष महत्वाकांक्षा केंद्र माना जाता है और यहां पहले से कई बड़े स्पेस संस्थान हैं.
US Space Command in अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि अमेरिका का स्पेस कमांड (US Space Command) अब स्थाई रूप से हंट्सविले, अलबामा में होगा. ये फैसला बाइडेन प्रशासन के उस आदेश को पलट देता है, जिसमें कमांड को अस्थाई तौर पर कोलोराडो में रखने की बात कही गई थी. ट्रंप के इस ऐलान के साथ ही चार साल से चल रही खींचतान खत्म हो गई है. अलबामा और कोलोराडो दोनों ही राज्य, स्पेस कमांड मुख्यालय को पाने की कोशिश में लगे थे, क्योंकि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ा फायदा होना तय है.
व्हाइट हाउस में ऐलान करते हुए ट्रंप ने कहा, अमेरिकी स्पेस कमांड का मुख्यालय अब खूबसूरत जगह हंट्सविले, अलबामा में होगा, जिसे आगे से ‘रॉकेट सिटी' कहा जाएगा. ट्रंप ने कहा कि हंट्सविले ने ये दौड़ जीती क्योंकि उन्होंने इसके लिए सबसे ज्यादा संघर्ष किया.
"I am thrilled to report that the U.S. Space Command headquarters will move to the beautiful locale of a place called Huntsville, Alabama — forever to be known, from this point forward, as ROCKET CITY." -@POTUS 🇺🇸🚀 pic.twitter.com/4kPwgpFGay
— The White House (@WhiteHouse) September 2, 2025
बता दें कि कमांड की जिम्मेदारी में सैटेलाइट-बेस्ड नेविगेशन, सेना के लिए संचार और मिसाइल हमले की चेतावनी जैसी अहम सेवाएं शामिल हैं.
अलबामा में खुशी की लहर
रिपब्लिकन सीनेटर टॉमी ट्यूबरविल ने कहा कि हंट्सविले मुख्यालय के लिए परफेक्ट जगह है और सुझाव दिया कि इसे ट्रंप के नाम पर रखा जाना चाहिए. वहीं सीनेटर केटी ब्रिट ने ट्रंप को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने स्पेस कमांड को उसके वास्तविक घर लौटाया है. स्पेस कमांड का अलबामा जाना न केवल सैन्य रणनीति की दृष्टि से अहम है, बल्कि यह हंट्सविले को अमेरिका की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षा का स्थायी केंद्र भी बना देगा.
घोषणा से पहले ही पेंटागन की वेबसाइट पर इस इवेंट का जिक्र कर दिया गया था. ऐलान के तुरंत बाद US Space Command ने एक्स पर बयान जारी कर कहा, 'हम राष्ट्रपति के आदेश को लागू करने के लिए तैयार हैं. हंट्सविले हमारा स्थायी मुख्यालय होगा.'
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हंट्सविले: ‘रॉकेट सिटी' की कहानी
हंट्सविले, अलबामा, जिसे प्यार से ‘रॉकेट सिटी' कहा जाता है, लंबे समय से अमेरिका की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं का केंद्र रहा है. यहां पहले से ही आर्मी का रेडस्टोन आर्सेनल, नासा का मार्शल स्पेस फ्लाइट सेंटर और आर्मी स्पेस एंड मिसाइल डिफेंस कमांड मौजूद हैं. यही वजह है कि इस शहर को अमेरिका के पहले रॉकेट बनाने का गौरव भी हासिल है.
हंट्सविले के मेयर टॉमी बैटल ने कहा, ' यह फैसला केवल हंट्सविले के लिए नहीं है, यह मिशन पर फोकस करने वाला कदम है. हंट्सविले तैयार है, हमारे पास अनुभवी वर्कफोर्स, मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता है.' अगले पांच सालों में करीब 1,400 नई नौकरियां रेडस्टोन आर्सेनल में जुड़ने की उम्मीद है.
क्यों खींचा इतना लंबा विवाद?
2021 में एयरफोर्स ने हंट्सविले को प्राथमिक लोकेशन बताया था. बाइडेन प्रशासन ने 2023 में फैसला पलटते हुए इसे कोलोराडो स्प्रिंग्स में रखने का आदेश दिया. वजह बताई गई कि तैयारी में व्यवधान से बचना जरूरी है. कोलोराडो के डेमोक्रेटिक गवर्नर जैरेड पोलिस ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने वाला गलत फैसला बताया.
हालांकि ट्रंप का कहना है कि बाइडेन प्रशासन ने राजनीतिक कारणों से उनके शुरुआती फैसले को रोका. उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि कोलोराडो का मेल-इन वोटिंग सिस्टम 'भ्रष्ट' है और यही वजह है कि उन्होंने मुख्यालय वहां से हटाने का मन बनाया.
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